सूफ़ी संतों के उपदेशों से ही दुनिया में शांति और व्यवस्था संभव: मौलाना किछौछवी
लखनऊ: ऑल इंडिया उलमा मशाइख बोर्ड द्वारा आयोजित 4 दिसंबर को होने वाले सेमिनार के सिलसिले में आज एक बैठक मदरसा हनफ़िया चिश्तिया मड़ियाउं में हुई.
बैठक की अध्यक्षता करते हुए ऑल इंडिया उलमा मशाइख बोर्ड के संस्थापक व राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना सैयद मोहम्मद अशरफ किछौछवी ने कहा कि आज मानवता को तरह तरह के खतरे दरपेश हैं, हर कोई परेशान नजर आता है. वजह यह है कि हम ने सूफी संतों के रास्ते को छोड़ दिया हे.सूफियों के बताए हुए रास्ते को छोड़कर ऐसे रास्ते पर चल रहे हैं जो हमें विनाश की ओर ले जा रही है। अगर समय रहते हुए हम ने सूफियों के रास्ते को नहीं अपनाया तो आने वाले दिनों में हमें ऐसे नुकसान का सामना करना पड़ेगा जिसकी भरपाई असंभव हो जाएगा।
मौलाना सैयद मोहम्मद अशरफ किछौछवी ने कहा कि उक्त तथ्यों को सामने रखते हुए ऑल इंडिया उलमा व मशाईख बोर्ड 4 दिसंबर को लखनऊ में '' सूफीवाद और मानवता '' शीर्षक पर एक सेमिनार का आयोजन कर रहा है जिसमें सूफ़ी संतों के उपदेशों पर विद्वान, खानकाहों के सज्जागान अपने लेख पेश करेंगे और विचार व्यक्त करेंगे।
उन्होंने कहा कि बोर्ड अपने शुरू दिन से ही सूफिया की शिक्षाओं को बढ़ावा देने में लगा हुआ है और बोर्ड का उद्देश्य भी यही है कि लोगों को सूफिया के शिक्षाओं से जोड़े ताकि दुनिया में शांति और व्यवस्था कायम हो।
इस अवसर पर ऑल इंडिया उलमा मशाइख बोर्ड के प्रदेश अध्यक्ष शाह अम्मार अहमद अहमदी''नय्यर मयाँ'' ने कहा कि आज कुछ लोग सूफियों के नाम के सहारे अपनी नकारात्मक विचार को सुन्नियों के दिलो दिमाग पर थोपना चाहते हैं और सूफीवाद के नाम पर चोला बदल कर सुन्नियों को गुमराह कर रहे हैं ऐसे लोगों की पहचान करना भी ज़रूरी है ताकि उनके मुकर फरेब से जनता को गुमराह होने से बचाया जा सके।
उन्होंने कहा कि ऑल इंडिया उलमा मशाइख बोर्ड अपने सेमिनार में ऐसे लोगों का भी पर्दा फाश करेगा जो चिश्तियत के नाम पर अवाम के अकीदे पर डाका डालना चाहते हैं।
बैठक में मदरसा हनफ़िया चिश्तिया के मुहतमिम कारी मोहम्मद अहमद अहमद मौलाना इश्तियाक अहमद कादरी (अध्यक्ष लखनऊ यूनिट) ने भी संबोधित किया।
बैठक में मौलाना मोहम्मद हसीब मिस्बाही मौलाना आले रसूल, मौलाना अशफाक अहमद, सलाहुद्दीन वकील, कारी अली अहमद सहित मदरसा हनफ़िया चिश्तिया के शिक्षक व अवाम ने भाग लिया।