तहसील कोषागार से चोरी का मामला पहेली बना
डीएम की जांच और पुलिस की तफ्तीश जारी
आसिफ मिर्जा
सुलतानपुर। जिले में घटित बड़ी-बड़ी वारदातो का खुलासा करने वाली पुलिस कादीपुर तहसील कोषागार मे हुई 1.15 की चोरी का खुलासा क्यो नही कर पा रही है, यह एक पहेली बनी हुई है। वारदात के बाद पहुचे आला अफसरो के निर्देश के बावजूद डेढ माह का समय बीत गया लेकिन चोरो तक पुलिस के हाथ अभी तक नही पहुच सके है। फिलहाल डीएम की जांच पुलिस की तफ्तीश बदस्तूर जारी है।
बीते 15 अक्टूबर की सुबह करीब सात बजे सुरक्षा में तैनात सिपाही विशेषचंद्र राय ने सूचना दी कि कादीपुर कोषागार मे चोरी हो गयी है। तहसील स्तरीय अधिकारी और कर्मचारी पहुंचे तो कोषागार का नजारा देखकर पैरां तले जमीन खिसक गयी। डबल लाक टूटा हुआ था। बताया गया कि 1 करोड़ 15 लाख रूपये गायब है, जो कि बोरों में भरकर रखा गया था। 14 अकटूबर को पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का एक करोड़ रूपये बैंक आफ बड़ौदा की स्थानीय शाखा से नायब नाजिर शिलाजीत दूबे निकालकर लाये थे। 15 लाख रूपया कोषागार में पहले से था। उप खचांजी ओमप्रकाश की देखरेख में डबल लाकर बंद किया गया था। सुरक्षाकर्मी विशेषचंद्र राय और सर्वजीत सिंह की सुरक्षा में तैनाती की गयी थी। जिसमें सर्वजीत सुबह कही नदारद मिला और विशेषचंद्र राय भी रात में ड्यटी के बजाय कहीं अन्यत्र था। दोनों सुरक्षाकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलम्बित किया गया और रपट नायब नाजिर की तहरीर पर कादीपुर कोतवाली में दर्ज की गयी। डीआईजी आरसी साहू कमिश्नर फैजाबाद सूर्यप्रकाश मिश्र ने निरीक्षण कर डीएम-एसपी को निर्देश दिया कि सरकारी धन बरामद किया जाय, दोषियों के खिलाफ कारवाई की जाय। अभी तक न तो रूपयो की बरामदगी हो सकी है और न ही किसी को दोषी पाया गया है। घटना के खुलासे के लिए एएसपी विनय सिंह के नेतृत्व में टीम गठित की गयी थी। उधर विभागीय खामियों को पकड़ने के लिए डीएम ने सीआरओ को जांच सौपी थी। दोनो तरफ से अभी निराशा की खबर है।
सदर विधायक अनूप संडा के चचेरे भाई के यहां दिनदहाड़े लाखों की डकैती हुई थी। जिसका खुलासा अभी तक नही हो पा रहा है। सूत्रो के मुताबिक क्राइम ब्रांच टीम का नेटवर्क बेहद कमजोर चल रहा है। यही वजह है कि अपराधी पुलिस से चार कदम आगे है।
फैजाबाद कमिश्नर सूर्यप्रकाश मिश्र ने बताया कि लाकर से हुई चोरी मामले में कोई प्रोग्रेस नही है। जांच चल रही है।