मुख्यमंत्री ने की डबल फोर्टीफाइड ‘समाजवादी नमक’ वितरण की शुरुआत
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा कि राज्य की बहुत बड़ी आबादी जानकारी के अभाव में पोषण तत्वों की कमी से प्रभावित है, जिसमें 05 वर्ष तक के बच्चे, गर्भवती महिलाएं एवं छात्राएं भी शामिल हैं। पोषण तत्वों की कमी का सीधा असर उनके स्वास्थ्य एवं शारीरिक विकास पर पड़ रहा है। समाजवादी सरकार ने इस समस्या के निदान के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए ‘राज्य पोषण मिशन’ को लागू करने का काम किया है। इसी कड़ी में एनिमिया से सर्वाधिक प्रभावित 10 जनपदों में आयरन एवं आयोडीन युक्त डबल फोर्टीफाइड नमक का वितरण पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट के परिणाम के आधार पर प्रदेश के शेष जनपदों में यह योजना शुरू की जाएगी।
मुख्यमंत्री आज यहां अपने सरकारी आवास पर खाद्य एवं रसद विभाग द्वारा एनिमिया से प्रभावित परिवारों के कल्याणार्थ प्रदेश के चिन्हित जनपदों में पहली बार आयरन एवं आयोडीन युक्त ‘समाजवादी नमक’ के अत्यन्त रियायती मूल्य पर वितरण की शुरुआत करते हुए अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस कार्य में सहयोग प्रदान करने के लिए टाटा ट्रस्ट की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि प्रभावित लोगों को आवश्यक पोषण तत्वों की आपूर्ति के लिए लगातार प्रयास करने की जरूरत है। समाजवादी सरकार विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से जरूरतमंदों को लाभ पहुंचाने के लिए निरन्तर प्रयास कर रही है। डबल फोर्टीफाइड नमक की आपूर्ति से जहां प्रभावित लोगों को मानसिक एवं शारीरिक रूप से लाभ होगा, वहीं बच्चों का स्वास्थ्य भी बेहतर होगा।
प्रदेश सरकार द्वारा जनता के कल्याण के लिए संचालित विभिन्न योजनाओं का उल्लेख करते हुए मुख्यंमत्री ने कहा कि ‘108’ समाजवादी स्वास्थ्य सेवा एवं ‘102’ नेशनल एम्बुलेंस सर्विस के तहत संचालित एम्बुलेंस से गर्भवती महिलाओं एवं नवजात शिशुओं को काफी लाभ मिला है। इसी प्रकार समाजवादी पेंशन योजना के माध्यम से 55 लाख गरीब परिवारों को प्रति माह 500 रुपए की आर्थिक मदद मिल रही है। इससे लाभार्थी परिवार अपनी जरूरतों को पूरा करने में सक्षम हुए हैं। उन्होंने भरोसा जताया कि डबल फोर्टीफाइड नमक की योजना एनिमिया से प्रभावित लोगों के लिए काफी लाभदायक सिद्ध होगी। इस मौके पर मुख्यंमत्री ने कई महिला लाभार्थियों को प्रतीक के रूप में डबल फोर्टीफाइड नमक का पैकेट उपलब्ध कराया।
ज्ञातव्य है कि प्रथम चरण में एमिनिया से सर्वाधिक प्रभावित मेरठ, मुरादाबाद, फर्रूखाबाद, इटावा, औरैया, हमीरपुर, फैजाबाद, सिद्धार्थनगर, संतकबीरनगर और मऊ जैसे 10 जनपदों में यह योजना शुरू हो रही है। इसके तहत कुल 32 लाख 64 हजार 159 कार्ड धारक, जिसमें 04 लाख 66 हजार 800 अन्त्योदय, 07 लाख 56 हजार 210 बी0पी0एल0 एवं 20 लाख 41 हजार 149 ए0पी0एल0 कार्ड धारक परिवार शामिल हैं, को योजना के तहत नमक उपलब्ध कराया जाएगा। इनमें ए0पी0एल0 कार्ड धारकों को 06 रुपए प्रति कि0ग्रा0 एवं बी0पी0एल0 तथा अन्त्योदय कार्ड धारकों को 03 रुपए प्रति कि0ग्रा0 डबल फोर्टीफाइड नमक सार्वजनिक वितरण प्रणाली की दुकानों से उपलब्ध कराया जाएगा। राज्य सरकार इन 10 जनपदों में योजना पर सब्सिडी के रूप में 48 करोड़ रुपए से अधिक की धनराशि खर्च करेगी।
इससे पूर्व, खाद्य एवं रसद मंत्री कमाल अख़्तर ने कहा कि मुख्यमंत्री के प्रयासों से राज्य सरकार एनिमिया के विरुद्ध अभियान चलाने जा रही है। टाटा ट्रस्ट के सहयोग की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि पायलेट प्रोजेक्ट के बाद शीघ्र ही पूरे प्रदेश में डबल फोर्टीफाइड नमक की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी।
खाद्य आयुक्त अजय चैहान ने कहा कि प्रदेश में करीब 75 फीसदी 05 वर्ष आयु तक के बच्चे, 50 फीसदी गर्भवती महिलाएं एवं 25 फीसदी पुरूष एनिमिया से प्रभावित हैं। उन्होंने कहा कि बी0पी0एल0 03 यूनिट तक के कार्ड धारकों को 01 कि0ग्रा0 तथा 03 यूनिट से अधिक के कार्ड धारकों को 02 कि0ग्रा0 प्रति माह डबल फोर्टीफाइड नमक का वितरण किया जाएगा।
इस अवसर पर टाटा ट्रस्ट के निदेशक राजन शंकर ने कहा कि इस परियोजना का स्वतंत्र मूल्यांकन बिल एवं मेलिण्डा गेट्स फाउण्डेशन की सहयोगी संस्था ग्लोबल एलायंस फाॅर इम्प्रूव्ड न्यूट्रिशन (गेन) द्वारा कराया जाएगा। धन्यवाद ज्ञापन खाद्य एवं रसद राज्य मंत्री श्री हेमराज वर्मा ने किया।
कार्यक्रम में व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास मंत्री अभिषेक मिश्र सहित कई जनप्रतिनिधि, अधिकारी एवं लाभार्थी उपस्थित थे।