संवाददाता

सुलतानपुर। घनी आबादी के बीच में छप्पर में बैठकर गोला बनाते समय हुए विस्फोट से छप्पर में आग लग गयी जिसमे एक महिला सहित चार लोग गम्भीर रुप से झुलस गये । आनन-फाफन में लोगो को जिला अस्पताल ले जाया गया। रास्ते में महिला ने दम तोड़ दिया।

मामला कुड़वार थाना क्षेत्र के बेला पश्चिम गांव का है। गांव के मो.ईशा पुत्र मो.यासीन आतिशबाज़ी का काम करते है। गुरुवार को शादी विवाह तेज होने की वजह से ईशा अपने परिवार के साथ सुबह गोला बना रहा था कि लगभग सात बजे जोर का धमाका हुआ। जिससे छप्पर में आग लग गयी। जब तक लोग पहुंचते तब तक मो.ईशा 40 वर्ष, इबरार अली 22 वर्ष पुत्र इब्राहिम, इमरान 18 वर्ष पुत्र इब्राहिम, मुबारकुल निशा 35 वर्ष पत्नी नसीम गम्भीर रुप से झुलस गये। शोर सुनकर पहुंचे लोगो ने आग में फंसे लोगो को किसी तरह बाहर निकाला, लेकिन तब तक आग में फंसे लोग बुरी तरह झूलस चुके थे। गांव वालों ने झुलसे लोगो कों जिला अस्पताल पहुंचाया। जहां गम्भीर हालत पर डाक्टरों ने लखनऊ रेफर कर दिया। रास्ते में निशा ने दम तोड़ दिया।

स्थानीय जन प्रतिनिधियों के संरक्षण में घनी आबादी वाले बेला गांव में विस्फोटक बनाने का कार्य किया जाता रहा है। पुलिस व प्रशासन भी बेखबर रहा। गांव में तीन लोगो को केवल आतिशबाज़ी का लाइसेंस दिया गया है न कि गांव के बीच घर में विस्फोटक रखकर गोला बारुद बनाने का। एस डी एम द्वारा गांव के ईशा ,मो.दाऊद पुत्र युसुफ,मो.हामिद पुत्र आलीम को आतिशबाज़ी का लाइसेंस दिया गया है और इनको गांव के बाहर गोला बारुद रखने का स्थान आवन्टित किया गया लेकिन वहाँ केवल दिखाने के लिए है। विस्फोटक गांव के घर में रखा जाता है।

**लगभग दस वर्ष पूर्व ईशा के यहां विस्फोट से पडोसी राम अवध पूत्र राम नरेश प्रजापति व दो भैसों की मौत हो गयी थी। लगभग पांच वर्ष पहले दाऊद का अट्ठारह वर्षीय पुत्र मन्सूर की गोला बनाते समय विस्फोट से मौत हो चुकी है । इसके बावजूद भी गांव व प्रशासन हादसे से सबक नही ले रहा है ।