उन्नीस दिन से नगर कोतवाली के लाॅकअप में बन्द है दिलीप पाठक!
एडीजी ला एण्ड आर्डर ने माना मामला है गम्भीर
सुलतानपुर। जिले की पुलिस भले ही बड़े मामलो का खुलासा करने में नाकाम है, लेकिन पूछताछ के बहाने थाने के लाॅकअप में रखने के लिए चर्चाओं में जरूर
रहती है। ऐसी ही एक मामला प्रकाश में आया है। पिछले उन्नीस दिन से युवक कोतवाली नगर में बैठाकर रखा गया है। पत्नी और परिवार वालो ने मामले की शिकायत मुख्यमंत्री से किया है।
धम्मौर थाना क्षेत्र के बिकना निवासी दिलीप कुमार पाठक की पत्नी गुडडन देवी ने मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में कहा है कि बीते 26 अक्टूबर को क्राइम ब्रांच के दारोगा अजय यादव उसके घर घुस आये और उसके पति को उठा ले गये। पता चला कि उसे नगर कोतवाली में रखा गया है। कोतवाल से पूछने पर उनके द्वारा भददी-भददी गालियां दी गयी। क्राइम बांच के दरोगा से जब पूछा जाता है तो वह कोतवाल को किसी तरह मनाकर छुड़ाने की बात कहते है। उसके पति को उन्नीस दिन से कोतवाली में रखा गया है। जिससे उसके परिवार की स्थिति दयनीय हो गयी है।
धम्मौर पुलिस का एक और कारनामा पुलिस को शर्मसार कर रहा है। आरोप है कि समाजवादी पार्टी के जिला सचिव खुर्शीद अहमद के जानलेवा हमले के आरोपी मुस्लिम उर्फ कक्कू को सरकंडेडीह गांव के पास दौड़ाकर पकड़ा। थाने ले जाने के बाद उसे छोड़ दिया। सपा नेता का कहना है कि इस मामले में मो. एहसन, मो. कौसर व वली उल्ला जेल जा चुके है। मुस्लिम घटना का मुख्य आरोपी है। फिर भी उसे थाने से छोड़ दिया गया।
एडीजी ला एण्ड आर्डर से जब इस बावत जानकारी ली गयी तो उन्होने बताया कि किसी को बेवजह उन्नीस दिन तक थाने पर नही रखा जा सकता। सपा नेता के हमलावरो को थाने से छोड़ने के मामले को एडीजी ने गम्भीरता से लिया। उन्होंने कहा कि दोनो मामला गम्भीर है। इसकी तहकीकात वह स्वयं करेगे।