मुसलमान अपनी शरीअत से कोई समझौता नही कर सकता: मौलाना फिरंगी महली
सुलतानपुर। मुसलमान अपनी शरीअत से किसी भी प्रकार का समझौता नही कर सकता। ये विचार मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली लखनऊ ने आज यहां जमीअत उलेमा सुलतानपुर द्वारा आयोजित एक दिवसीय शरीअत कान्फ्रेन्स में मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए प्रकट किया।
जमीअतुल उलेमा सुलतानपुर की ओर से एक शरीअत कान्फ्रेंस का आयोजन राम नरेश त्रिपाठी समाभार में हुआ। जिसकी अध्यक्षता कानपुर से आये जमीअतुल
उलेमा उ.प्र. के अध्यक्ष मौलाना मतीन उलहक ओसामा ने की। संचालन मजीअतुल उलेमा सुलतानपुर के अध्यक्ष मौलाना मोतहरूस्सलाम तथा सेक्रेटरी जनरल
मौलाना अब्दुल्ला कासमी ने संयुक्त रूप से किया। कान्फ्रेंस को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली सदस्य आल इंडिया
मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड ने बताया कि भारतीय संविधान ने मुसलमानों को अपनी शरीअत पर अमल करने का पूरा अधिकार दिया है। मुसलमान हर हाल में अपनी शरीअत व भारतीय सविधान की रक्षा करेगा। कांफ्रेन्स की अध्यक्षता करते हुए जमीअत उमेला उ.प्र. के अध्यक्ष मौलाना मतीनउल ओसामा ने कहा कि हम ने इस देश को आजाद कराया है। और इस आजादी की रक्षा भी करना जानते है। उन्होंने कहा कि इस देश को अगर बलातकार जैसे अपराध से पाक करना है। तो ईस्लामी कानून लागू करना होगा। मौलाना ओसामा ने कहा कि ईस्लामी में अगर चार विवाह की इजाजत है तो वो कई एक शर्त के साथ है। कांफ्रेन्स मे दर्जा प्राप्त मंत्री संदीप शुक्ला ने भी सम्मिलित होते हुए जमीअतुल उमेला तथा कहा। इस कांफ्रेन्स को मौलाना अब्दुल रब, मौलाना कसीम कासमी ईमाम जामा मस्जिद बीबिया ने भी सम्बोधित किया। हाफिज अरशद तथा मो. अनस ने बताया व कौमी गीत पढ़ा। इस अवसर पर मुफ्तीअब्दुल रशीद, मौलाना अब्दुल गनी, हाफिज बदरूज्जमा, मौलाना नदीम कासमी, मुफ्ती मो. ईरफान, हाफिज मो. अहमद मुफ्ती आदि लोग मौजूद रहे।