हिलेरी ने ट्रंप पर बनाई छह फीसदी अंकों की बढ़त
न्यूयार्क: अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के लिए रॉयटर/इप्सोस द्वारा रोज़ाना कराए जाने वाले पोल में बुधवार को डेमोक्रेट प्रत्याशी हिलेरी क्लिंटन संभावित वोटरों के बीच अपने रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रंप से छह परसेंटेज प्वाइंट आगे चल रही थीं. यह ठीक उतनी ही बढ़त है, जो हिलेरी क्लिंटन के पास उनसे जुड़े ईमेल विवाद को लेकर जारी एफबीआई की घोषणा से पहले थी.
पिछले शुक्रवार को एफबीआई के निदेशक जेम्स कोमी ने कांग्रेस को सूचना दी थी कि एजेंसी उन नई ईमेल की जांच करेगी, जिनसे विदेशमंत्री रहते हुए हिलेरी द्वारा निजी ईमेल सर्वर का इस्तेमाल किए जाने का पता चल सकता है. 28 अक्टूबर और 1 नवंबर के बीच कराया गया यह पोल लगभग पूरी तरह इस घोषणा के बाद ही हुआ है.
कोमी ने कहा था कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि ईमेल महत्वपूर्ण थे या नहीं, और उन्होंने इसके अलावा कोई जानकारी नहीं दी कि ऐसे ईमेल का अस्तित्व है. इस घोषणा को लेकर डेमोक्रेट चिंता जता रहे थे कि इससे अगले ही हफ्ते होने जा रहे मतदान से पहले वोटर अनावश्यक रूप से प्रभावित हो सकते हैं. उधर, ट्रंप तथा अन्य रिपब्लिकन नेताओं ने इस मौके का इस्तेमाल हिलेरी की विश्वसनीयता पर सवालिया निशान लगाने के लिए किया.
ऐसे 1,772 लोगों, जो 8 नवंबर को होने जा रहे चुनाव के लिए पहले ही वोट कर चुके हैं या उनके वोट देने की संभावना है, में से 45 फीसदी का कहना था कि वह हिलेरी का समर्थन करते हैं, जबकि 39 फीसदी ने डोनाल्ड ट्रंप का समर्थन किया. कोमी की घोषणा से पहले गुरुवार को भी इस पोल में हिलेरी 43 फीसदी वोटों के साथ 37 फीसदी वोट पाने वाले ट्रंप से आगे चल रही थीं.
एक चतुष्कोणीय पोल, जिसमें वैकल्पिक पार्टी प्रत्याशी भी शामिल होते हैं, में संभावित वोटरों के बीच हिलेरी ने ट्रंप को आठ फीसदी वोटों से पछाड़ा. 45 प्रतिशत लोगों ने हिलेरी का समर्थन किया, जबकि ट्रंप को 37 फीसदी वोट मिले, पांच फीसदी ने लिबरटेरियन प्रत्याशी गैरी जॉनसन तथा दो फीसदी ने ग्रीन पार्टी के जिल स्टेन का समर्थन किया.
अन्य राष्ट्रीय पोल में पिछले हफ्ते के दौरान हिलेरी की बढ़त को सिमटते हुए दिखाया गया है. रीयलक्लियरपॉलिटिक्स, जिसके तहत सभी बड़े पोल का औसत निकाला जाता है, में हिलेरी की बढ़त पिछले शुक्रवार की 4.6 अंक के मुकाबले बुधवार को सिमटकर 1.7 अंक रह गई.