मुख्यमंत्री ने उर्दू मासिक ‘नया दौर‘ के ‘जाँ निसार अख़्तर‘ विशेषांक का विमोचन किया

लखनऊ:उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि शायर और कवियांे ने हमेशा समाज को एक नयी दिशा दी है। साहित्यकार अपनी कला के जरिए शोहरत ही नहीं हासिल करता बल्कि समाज की विभिन्न समस्याओं को उजागर करने के ही साथ उनके समाधान के लिए रास्ता भी दिखाता है।

मुख्यमंत्री ने यह विचार आज यहां अपने सरकारी आवास पर सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग की उर्दू मासिक पत्रिका ‘नया दौर‘ के ‘जाँ निसार अख्तर‘ विशेषांक (प्रथम भाग) के विमोचन के मौके पर व्यक्त किए। उन्होनें कहा कि समाजवादी सरकार उर्दू भाषा एवं साहित्य के विकास के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। उत्तर प्रदेश उर्दू अकादमी, फख़रूददीन अली अहमद मेमोरियल सोसाइटी एंव सूचना विभाग के विभिन्न कार्याें का ज़िक्र करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने उर्दू शिक्षा से जुड़े सभी लोगों के प्रोत्साहन व कल्याण लिए प्रभावी कदम भी उठाए हंै।

मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘जाँ निसार अख़्तर‘ उर्दू के उन प्रगतिशील शायरों में शामिल हैं जिन्होंने इन्सान की बुनियादी जरूरतों और मानवीय संवेदनाओं का अपनी लेखनी के माध्यम से बखूबी चित्रण किया। उनकी शायरी में देश की गंगा जमुनी तहजीब की झलक मिलती है। प्रदेश के लिए यह गौरव की बात है कि वे इस माटी के सपूत थे।

श्री यादव ने ‘जाँ निसार अख़्तर‘ विशेषांक का हिन्दी संस्करण शीघ्र प्रकाशित किये जाने के भी निर्देश दिये ताकि हिन्दी जानने वाले साहित्य प्रेमी भी इसका अध्ययन कर सके। उन्हांेने ने कहा कि ‘नया दौर‘ ऐसी साहित्यक पत्रिका है जो देश-विदेश में काफी लोकप्रिय है।

गौरतलब है कि उर्दू मासिक पत्रिका ‘नया दौर‘ पिछले 70 साल से प्रकाशित हो रही है। इसके विशेषांक स्तरीय एवं दस्तावेजी होते है। वर्तमान सरकार के कार्यकाल में पत्रिका के सम्पादक डाॅ0 वजाहत हुसैन रिज़वी के कुशल सम्पादन में असरारूल हक मजाज़, द्वारिका प्रसाद उफुक, खुमार बाराबंकवी, तरक्कीयात एवं अली बिरादरान विशेषांक प्रकाशित किये गये हैं। ‘नया दौर‘ के विशेषांकांे की लोकप्रियता को देखते हुए हिन्दी पाठकांें के लिए ‘मजाज़‘ विशेषाक का हिन्दी संस्करण भी प्रकाशित किया गया, जिसका विमोचन पिछले दिनांे मुख्यमंत्री द्वारा लोक भवन में किया गया।

इस अवसर पर राजनैतिक पंेशन मंत्री राजेन्द्र चैधरी, सूचना सलाहकार ए0एम0 खान, प्रमुख सचिव सूचना नवनीत सहगल एवं नया दौर पत्रिका के सम्पादक डाॅ0 वजाहत हुसैन रिजवी भी उपस्थित थे।