सपा में चल रहा है मंथन का दौर
नई दिल्ली। लाख दावों के बावजूद उत्तर प्रदेश के समाजवादी पार्टी कुनबे में पारिवारिक कलह खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। लखनऊ में तीन अलग-अलग जगहों पर बैठक और मंथन का दौर चला। प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव राज्य कार्यकारिणी की बैठक ले रहे हैं। दूसरी बैठक मुलायम सिंह के आवास पर चल रही है, जिसमें समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता किरणमय नंदा, बेनी प्रसाद वर्मा, रेवती रमण सिंह और नरेश अग्रवाल शामिल हुए। वहीं, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने करीबियों के साथ अपने घर पर एक बैठक की।
मुलायम की एसपी नेताओं संग अहम बैठक
समाजवादी पार्टी सुुप्रीमो मुलायम सिंह ने अपने सरकारी आवास पर पार्टी के बड़े नेताओं की अहम बैठक हुई। इस बैठक में प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव, बेनी प्रसाद वर्मा, नरेश अग्रवाल, माता प्रसाद, रेवती रमण और किरनमय नंदा सरीके नेता शामिल हुए। सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में पार्टी के नेताओं को एकजुट रखने की कवायद पर चर्चा हुई। साथ ही बैठक में नेताओं ने सपा एमएलसी उदयवीर के पोस्ट पर कड़ा ऐतराज जताया। बता दें कि उदयवीर ने पूरे मामले में अखिलेश की सौतेली मां साधना का नाम घसीट लिया था। उदयवीर का कहना था कि शिवपाल साधना का राजनीतिक चेहरा हैं और अखिलेश के खिलाफ साजिश रची जा रही हैं।
प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद शिवपाल यादव ने विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सरकारी आवास पर कार्यकारणी बैठक बुलाई। बैठक में उनके करीबी लोगों के शामिल होने की खबर आई। सीएम अखिलेश को भी इस बैठक में शामिल होने के आमंत्रित किया गया था, हालांकि वह इस बैठक में शामिल नहीं हुए। इससे पहले शुक्रवार को भी अखिलेश, शिवपाल की बैठक में शामिल नहीं हुए थे। इस दौरान शिवपाल समर्थकों ने पार्टी दफ्तर के बाहर शक्ति प्रदर्शन किया। शिवपाल के समर्थकों के हाथों में मौजूद पोस्टरों में शिवपाल यादव को क्रांति नायक बताया गया।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मुलायम-शिवपाल यादव के करीबी और कैबिनेट मंत्री गायत्री प्रजापति से मिलने से इनकार कर दिया। मंत्री गायत्री प्रजापति, अखिलेश के सरकारी पता 5 कालीदास मार्ग पर मिलने गए थे। इससे पहले अखिलेश ने अपने सरकारी आवास पर सपा के 'युवजन सभा' के नेताओं से मुलाकात की। माना जा रहा है अखिलेश ने यह बैठक अपनी विकास रथ यात्रा की तैयारियों को लेकर बुलाई थी। बता दें कि कुछ दिन पहले अखिलेश ने मुलायम को चिट्ठी लिखकर 3 नवंबर से विकास रथ यात्रा निकालने की जानकारी दी थी। इस दौरान मुख्यमंत्री के सरकारी आवास के बाहर सैकड़ों कार्यकर्ताओं का जमावड़ा भी लगा रहा।