बंधक बने जेएनयू VC को छात्र संघ अध्यक्ष मोहित पांडे ने छोड़ा
नई दिल्ली। जेएनयू में बंधक संकट खत्म हो गया है। छात्र नजीब के गायब होने से गुस्साए छात्रों ने वाइस चांसलर जगदीश कुमार और दूसरे अधिकारियों को करीब 24 घंटे तक बंधक बनाए रखने के बाद छोड़ दिया है। सभी अधिकारी और वीसी प्रशासनिक भवन से बाहर आ गए हैं।
उधर जेएनयू वीसी जगदीश कुमार के बाहर निकलते ही छात्र संघ अध्यक्ष मोहित पांडे को छात्रों ने घेर लिया। इन छात्रों का कहना था कि वीसी और अधिकारियों को क्यों निकल जाने दिया गया। मोहित पांडे के खिलाफ वीसी की दलाली बंद करो जैसे नारे भी लगाए गए। इन छात्रों का कहना था कि आरोपियों को सस्पेंड नहीं किया गया तो कल होम मिनिस्टर का आवास घेरा जाएगा। हम बता देंगे कि हम वीसी को भी नहीं छोड़ेंगे और होम मिनिस्टर को भी नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने वीसी पर आरोप लगाया है कि वो अपने आकाओं के कहने पर काम कर रहे हैं।
दरअसल, एमएससी बायोटेक्नोलॉजी में पढ़नेवाले छात्र नजीब अहमद के लापता होने पर हंगामा मचा हुआ। 6 दिनों से लापता नजीब की गुमशुदगी को लेकर जेएनयू के छात्रों ने वाइस चांसलर सहित यूनिवर्सिटी प्रशासन के 10 लोगों को बुधवार शाम से बंधक बना रखा था। इन सभी को एडमिन ब्लॉक में कैद कर रखा गया था।
15 अक्टूबर को नजीब और कुछ छात्रों में झगड़ा हुआ था। आरोप के मुताबिक एबीवीपी के छात्रों ने कुछ बाहरी लोगों के साथ मिलकर नजीब के साथ मारपीट की और जान से मारने की धमकी दी। आरोप है कि उसी के बाद से छात्र नजीब गायब है। हालांकि एबीवीपी इन आरोपों से इनकार कर रही है। इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने इस मामले को लेकर दिल्ली के पुलिस कमिश्नर आलोक वर्मा से बात की है। दिल्ली पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और नजीब को पता बताने वाले के लिए 50 हजार के इनाम का भी ऐलान किया है।