आगरा में देसी बम के धमाके, 2 लोगों की मौत
आगरा: देशी बमों के धमाके ने शनिवार को ताजनगरी में दो लोगों की जान ले ली। करीब आठ लोग जख्मी हुए हैं। लोहामंडी-बोदला मार्ग पर एक ऑटो व साइकिल में टक्कर के बाद जबरदस्त धमाका हुआ। ऑटो व साइकिल के परखच्चे उड़ गए। साइकिल सवार व एक ऑटो की सवारी ने दम तोड़ दिया। हादसे में एक पुलिस कर्मी सहित आठ लोग जख्मी हुए हैं। साइकिल के कैरियल पर देशी बमों का बोरा बंधा हुआ था।
घटना दोपहर करीब सवा एक बजे की है। खतैना निवासी हुसैन ऑटो ड्राइवर है। नौबस्ता चौराहे से उसने चार सवारियां ऑटो में बैठाई थीं। बोदला चौराहा जा रहा था। प्रेम टॉकीज के पास बराबर में चल रही साइकिल ऑटो के सीधी तरफ पिछले हिस्से से टकराई। टक्कर के साथ ही जोर का धमाका हुआ। सड़क पर भगदड़ मच गई। दहशत में बाजार बंद हो गया। साइकिल कई फीट हवा में उछलकर सड़क पर पुर्जा-पुर्जा हो गई। साइकिल सवार की शर्ट ऊपर बिजली के तारों पर लटक गई। उसका पिछला हिस्सा गायब हो गया।
आनन-फानन में ऑटो की सवारियों और साइकिल सवार को अस्पताल भेजा गया। जहां दो को मृत घोषित कर दिया गया। उनकी पहचान नहीं हो सकी है। एचसीपी सुरेश चंद अपनी बाइक पर ऑटो के पीछे थे। उनके सिर में कोई पत्थर आकर टकराया। सिर फूट गया। बाइक सवार ललित व उसकी पत्नी मीनेश, राहगीर नवाब खां दहशत में गिरकर जख्मी हो गए। सूचना पर आई पुलिस ने ऑटो व साइकिल के टुकड़े थाने ले गई। एचसीपी सुरेश चंद ने बताया कि धमाका इतना तेज था कि कान सुन्न पड़ गए थे। सड़क पर धुंआ ही धुंआ हो गया था। सड़क पर चल रहे कई ऑटो के शीशे चकनाचूर हो गए थे।
लोहामंडी से बोदला चौराहा लगभग तीन किलोमीटर दूर है। धमाका इतना तेज था कि उसकी आवाज इस पूरे इलाके में गूंज गई। लोहामंडी और बोदला चौराहे पर मौजूद लोग भी कांप गए। पहले तो किसी की समझ में यह नहीं आ रहा था कि आखिर हुआ है। स्थिति साफ होने के बाद लोगों की जान में जान आई। सिविल डिफेंस के राजेश सूर्यवंशी ने बताया कि हादसे के समय वह ऑटो से पचास मीटर दूर रहे होंगे। उन्हें लगा कि सड़क हिल गई है। वह दौड़कर मौके पर पहुंचे। चारों तरफ छोटे-छोटे पत्थरों और कागज के टुकड़े बिखरे पड़े थे। आस-पास का बाजार चंद मिनट में बंद हो गया। घटना स्थल के पास एक दीवार पर खून लगा हुआ था। लोगों ने बताया कि साइकिल सवार के शरीर से मांस का टुकड़ा उछलकर वहां लगा था। वह जगह करीब आठ फीट ऊपर थी। ऊपर बिजली के तार पर एक जली हुई शर्ट टंगी थी। वह भी धमाके के साथ शरीर से उड़कर ऊपर पहुंच गई थी।
गढ़ी भदौरिया निवासी कुसुमलता ने बताया कि वह घर पर मौजूद थीं। खिड़की के शीशे बजने लगे। लगा कहीं बम फटा है। वह दौड़कर मौके पर आईं। टेंपो और साइकिल की हालत देखकर उनका दिल दहल गया। रहीशा बेगम ने बताया कि उन्हें तो धमाके के बाद कुछ पल सुनाई देना बंद हो गया। पप्पू खां ने बताया कि वह साइकिल पर था। धमाका इतना तेज था कि वह गिर पड़ा। मामूली चोट आई है। हादसे के कारण सड़क पर दहशत फैल गई थी। लोग पहले तो कुछ पल के लिए पास जाने को तैयार नहीं थे। बाद में हिम्मत जुटाई।
हादसे में साइकिल सवार और एक ऑटो की सवारी की मौत हुई है। ऑटो में भी उस सवारी की जान गई जो सीधी तरफ किनारे पर बैठी थी। दोनों की देर रात तक पहचान नहीं हुई थी। हादसे में ऑटो ड्राइवर हुसैन सवारी रहीश, वकील, सत्यपाल, बाइक सवार एचसीपी सुरेश चंद, ललित उसकी पत्नी मीनेश, नवाब खां जख्मी हुए हैं। सुरेश चंद का सिर फूट गया था। कोई नुकील चीज तेजी से सिर में घुसी थी। संभवत: पत्थर था। अंदर तक चला जाता तो कुछ भी हो सकता था।