अच्छे दिन का नारा देने वाले लखनऊ में क्या नारा दे गए?
पीएम मोदी के ‘जय श्रीराम' नारा लगाने पर अखिलेश का तीखा हमला
लखनऊ: मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शुक्रवार को यहां लोकभवन सभागार में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि ‘सबका साथ-सबका विकास’का नारा देने वाले, अच्छे दिन आने की बातें करने वाले लखनऊ में आकर रामलीला के मंच से क्या नारा दे गए? उन्होंने केन्द्र सरकार पर यूपीए सरकार की योजनाओं का श्रेय लेने का आरोप भी लगाया। मुख्यमंत्री वीमेन पॉवर लाइन 1090 की तरफ से पॉवर एन्जल्स (शक्ति परियों) को विशेष पुलिस अधिकारी का परिचय पत्र प्रदान कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने अपने सम्बोधन में पूर्व मुख्यमंत्री मायावती पर भी नाम लिए बगैर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि उन्हें तो बेटियों की ज्यादा चिन्ता होनी चाहिए थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। महिलाओं व बेटियों की सुरक्षा की चिन्ता सबसे ज्यादा समाजवादियों ने की। उन्होंने प्रदेश की पूर्ववर्ती मायावती सरकार और केन्द्र की मौजूदा मोदी सरकार के कार्यों से अपनी सरकार के कार्यों की तुलना करने की चुनौती दी।
उन्होंने सवाल किया कि जिन्हें प्रदेश की जनता ने 70 सांसद चुनकर दिए थे उन्होंने अच्छे दिन लाने के लिए क्या किया? उन्होंने यह भी कहा कि जरूरी नहीं कि चुनाव विकास व काम पर ही हो। वे चुनाव में कई नए मुद्दे लेकर आ जाएंगे। सपा सरकार ने महिलाओं को अपनी शिकायत दर्ज कराने के लिए वीमेन पॉवर लाइन का मंच दिया।
सम्भव है कि इसमें आने वाली शिकायतों के आंकड़े लेकर वे जनता को यह बताएं कि प्रदेश में अपराध बढ़े हैं। एक बार उन्होंने सदन में अस्पतालों की ओपीडी में आने वाले मरीजों के आंकड़े बताए थे। विपक्ष ने यह नहीं कहा कि लोगों का सरकारी अस्पतालों पर भरोसा बढ़ा है। वे यह कहने लगे कि सपा के शासन में लोग ज्यादा बीमार पड़ रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने बसपा सुप्रीमो मायावती पर भी ज़ोरदार हमला बोला। मुख्यमंत्री ने कहा मायावती जी ने हमसे बुआ कहने का हक़ छीन लिया है मगर मैं यह कहूँगा की उनके लगाए गए पत्थरों में हमने जान डाली है। वह पत्थरों की बेजान इमारतें जो वीरान पड़ी थीं आज उनमें चहल पहल है, उनमें 1090, मेट्रो जैसे कार्यालय खुले हैं जिनसे जनता का भला हो रहा है ।