सर्जिकल स्ट्राइक पर पर्रिकर का बयान ‘ओछा’: चिदंबरम
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले सप्ताह नियंत्रण रेखा के पार पाक अधिकृत कश्मीर में हुई सेना की सर्जिकल स्ट्राइक के बारे में बढ़-बढ़कर तथा बिना अधिकृत किए बोलने के खिलाफ अपने मंत्रियों को चेताया है. बुधवार को हुई कैबिनेट की बैठक में प्रधानमंत्री ने स्पष्ट कर दिया है कि जिन्हें सर्जिकल स्ट्राइक पर बोलने के लिए अधिकृत किया गया है, सिर्फ वही इस पर बोलेंगे.
पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम ने कहा कि पीएम मोदी का यह बयान रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर के बड़बोलेपन के खिलाफ है. चिदंबरम ने सर्जिकल स्ट्राइक के बाद दिए गए मनोहर पर्रिकर के बयान को 'ओछा' बताया. बता दें कि नियंत्रण रेखा के पार आतंकवाद निरोधक कार्रवाई के बाद अपने पहले बयान में रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने पाकिस्तान की हालत की तुलना सर्जरी के बाद 'बेहोशी की हालत वाले रोगी' से की और कहा कि हनुमान की तरह भारत की सेना को अपनी शक्तियों का पता चल गया है.
मनोहर पर्रिकर ने कहा, "लक्षित हमले के बाद पाकिस्तान की हालत सर्जरी के बाद बेहोश रोगी की तरह है जिसे नहीं मालूम कि उसकी सर्जरी हो चुकी है. लक्षित हमले के दो दिन बाद भी पाकिस्तान को नहीं पता कि क्या हुआ है." चिदंबरम ने उत्तर प्रदेश में चुनावी माहौल मे सर्जिकल स्ट्राइक से जुड़े पोस्टरों के लगाए जाने पर भी सवाल उठाए.
दरअसल, पिछले हफ्ते भारतीय सेना नियंत्रण रेखा (लाइन ऑफ कन्ट्रोल) के पार गई थी, और उन्होंने पाक अधिकृत कश्मीर में आतंकवादियों के सात लॉन्च पैडों को निशाना बनाया था. सेना के मुताबिक, इन हमलों में आतंकवादियों को 'भारी जानी नुकसान' हुआ. पिछले महीने 18 सितंबर को जम्मू एवं कश्मीर के उरी में स्थित सेना कैम्प पर हुए आतंकवादी हमले में 19 जवानों के शहीद हो जाने के बाद ये सर्जिकल स्ट्राइक भारत की ओर से पहली सैन्य कार्रवाई थी.