सुलतानपुर। स्वास्थ्य विभाग में संविदा पर हुई नियुक्तियों में नियमों की धज्जियॉं उड़ाकर रख दी गयी है। नियुक्तियां रद्द कर नये सिरे से की जाने की मांग जरिये शिकायत मिशन निदेशक एवं मुख्यमंत्री से की गई है।

स्वास्थ्य विभाग में एन.सी.डी. व टी.वी. कार्यक्रम के तहत कई पदों पर नियुक्तियां की गयी है। जिसमें हर बातों का ध्यान दिया गया है। इसमें कर्मचारियों के सगे सम्बन्धियों के साथ जो मुख्य होता है उसको ख्याल में रखते हुए मनमाने ढंग से नियुक्तियां की गयी है। सबसे ज्यादा तो नियमों की धज्जियां टी.वी. क्लीनिक में एस.टी.एस. पद पर नियुक्ति में उड़ाई गयी है। कार्यालय द्वारा 30 जुलाई को विज्ञापन कराया गया और 07 सितम्बर को जो योग्य अभ्यर्थी मिले उनका साक्षात्कार लिया गया, लेकिन उसका परिणाम नहीं घोषित किया गया, क्योंकि जो अयोग्य अभ्यर्थी रहा उसका फार्म निरस्त कर दिया गया था, ताज्जुब की बात यह रही कि उस एक अभ्यर्थी की नियुक्ति करने के लिए साक्षात्कार के लिए दो तिथि निर्धारित की गयी। 19 सितम्बर को व उसके बाद 24 सितम्बर को। बहरहाल जो अयोग्य पाये गये थे अभ्यर्थियों को भी उस एक अभ्यर्थी के साथ साक्षात्कार लिया गया। लेकिन तब भी इसका परिणाम घोषित नहीं हुआ, और मनचाहे चयनित किये गये अभ्यर्थियों को रजिस्ट्री मिल गयी तो 30 सितम्बर को परिणाम घोषित किया गया और उसी दिन ज्वाइनिंग भी करा दिया गया।

गौरतलब रहे कि अन्य पदों के लिए साक्षात्कार का परिणाम दूसरे दिन ही चस्पा कर दिया जाता था इसका परिणाम रोक क्यों लिया गया? सूत्र बताते है कि परिणाम दूसरे दिन घोषित होने पर नियुक्ति की शिकायत होने पर रद्द होने की आशंका बनी हुई थी। यही नहीं एक तरफ परिणाम घोषित हुआ और आनन-फानन में सबको ज्वाइन भी करा दिया गया। इसमें भी कर्मचारियों के करीबी सम्बन्धियों को तरजीह दी गयी है। इस तरह की अनियमित ढंग से हुई नियुक्तियों की शिकायत मिशन निदेशक समेत मुख्यमंत्री से की गयी है जिसमें नियुक्ति प्रक्रिया रद्द कर पुनः नियुक्ति किये जाने की मांग की गयी है।