राज्यपाल ने महात्मा गांधी, लाल बहादुर शास्त्री को श्रद्धांजलि अर्पित की
लखनऊः उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि गांधी जी ने देश को आजादी दिलाने में महत्वूपर्ण भूमिका निभायी तथा पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 लाल बहादुर शास्त्री ने आजादी की रक्षा करने में अपना योगदान दिया। महात्मा गांधी को देश ने सर्वोच्च स्थान देकर राष्ट्रपिता माना है। उन्होंने केवल भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व को अहिंसा का संदेश दिया। गांधी जी ने खादी, स्वदेशी और अहिंसा का विचार देकर लोगों के मन में देश के प्रति सम्मान पैदा किया। गांधी जी ने स्वच्छता का अभियान आगे बढ़ाया तथा सिर पर मैला ढोने की प्रथा को समाप्त करने की वकालत की। राज्यपाल ने कहा कि समय के अनुसार परिवर्तन करना तथा विचार करना हम सबका दायित्व है।
राज्यपाल ने कहा कि आज पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 लाल बहादुर शास्त्री जी की भी जयन्ती है। शास्त्री जी ने किसानो और जवानो के बारे में विचार करते हुए ‘जय जवान-जय किसान‘ का नारा दिया था। पाकिस्तान से युद्ध के दौरान सरहद पर लड़ रहे सैनिकों का मनोबल बढ़ाने के लिए शास्त्री जी ने सप्ताह में एक दिन उपवास रखने की बात कही। अहिंसा का पालन करना वीरों का काम है। गांधी जी और शास्त्री जी के विचारों को जीवन में लायें तो स्वदेशी और खादी का विकास होगा। उन्होंने कहा कि ऐसे महान पुरूषों के विचार व्यवहार में लाना ही महत्व की बात है।
उक्त विचार राज्यपाल आज हजरतगंज स्थित खादी आश्रम में आयोजित कार्यक्रम में व्यक्त कर रहे थे। इससे पूर्व राज्यपाल ने जी0पी0ओ0 पार्क जाकर महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्प चढ़ाये तथा अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने वहां आयोजित प्रार्थना सभा में भाग लिया।
राज्यपाल ने गांधी जयन्ती के अवसर पर आयोजित कई कार्यक्रमों में भाग लिया। राज्यपाल व प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने सचिवालय स्थित तिलक हाल में आयोजित गांधी जयन्ती के कार्यक्रम में प्रतिभाग करके गांधी जी को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
इससे पूर्व श्री नाईक ने राजभवन में महात्मा गांधी व पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 लाल बहादुर शास्त्री जी के चित्र पर माल्यार्पण करके अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर राजभवन में भातखण्डे संगीत संस्थान सम-विश्वविद्यालय के कलाकारों ने महात्मा गांधी के प्रिय भजन व रामधुन प्रस्तुत किये। डाॅ0 शिव शंकर त्रिपाठी चिकित्साधिकारी आयुर्वेद ने समारोह का संचालन किया।
राज्यपाल ने गांधी जयंती के अवसर पर राजभवन में आयोजित कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि आज देश में परिवर्तन करने वाले दो महापुरूषों की जयन्ती है। देश को आजाद कराने के लिए अपने-अपने ढंग से हमारे राष्ट्रीय नेताओं द्वारा अलग-अलग प्रयास किये गये। 1857 से 1947 तक देश की आजादी के लिये जितने भी प्रयास किये गये उनके प्रति आदर का भाव प्रदर्शित करना चाहिए। गांधी जी का व्यक्तित्व सबको प्रेरणा देने वाला है।
श्री नाईक ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा चलाये जा रहे स्वच्छता अभियान की नींव गांधी जी ने रखी थी। गांधी जी का व्यक्तित्व भारत तक सीमित नहीं था बल्कि विदेशों में भी उनके विचारों का समर्थन हुआ। पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 लाल बहादुर शास्त्री ने पाकिस्तान से युद्ध के दौरान खाद्यान्न की कमी को देखते हुए सप्ताह में एक दिन उपवास रखने की बात कही ताकि सरहद पर लड़ने वाले सैनिक को बल मिले। उन्होंने कहा कि हमारे महापुरूषों ने जो विचारधारा दी है उसे हमें प्रमाणिकता से अपने व्यवहार में लाकर गरीबी को दूर करने के लिए संकल्प लेना चाहिए।