मौलाना सैयद मुहम्मद मदनी’’ जमियत उलमा यूपी के महासचिव मनोनीत
लखनऊ :- .जमियत उलमा उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष मौलाना मुहम्मद मतीनुल हक़ उसामा क़ासमी की अध्यक्षता में प्रांतीय कार्यकारिणी की विशेष बैठक जमियत दफ्तर अमीनाबाद लखनऊ के मदनी हॉल में आयोजित हुई जिसमें स्व0 मौलाना असद मदनी रह0 के पुत्र मौलाना सैयद मुहम्मद मदनी को महासचिव और 9 सचिवों का चयन सर्वसम्मति से किया गया तथा संगठन को और अधिक सक्रिय बनाने और शैक्षिक, सुधारात्मक व समाजी कल्याण एवं अन्य महत्वपूर्ण मामलों पर विचार विमर्श के साथ महत्वपूर्ण योजनाएं बनाई।
मौलाना मुहम्मद मतीनुल हक़ उसामा क़ासमी ने कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि कौम व मिल्लत के कल्याण के लिए जमियत उलेमा द्वारा किए गए कार्यों विशेषकर निर्दोष नौजवानों की रिहाई व आपदा आदि में पीड़ितों के पुनर्वास व राहत कार्यां के कारण समाज उम्मीद भरी नजरों से जमियत को देख रहा है। जमियत के सदस्य लोगों की उम्मीदों को टूटने न दें, शैक्षिक व सामाजी कार्यों को करने के लिये ध्यान केन्द्रित करें और नबी स0अ0व0 की दी हुई शिक्षा की रोशनी में पूर्वजों की मेहनतों को अधिक दृढ़ बनाने के लिए पूरी तरह लग जाएँ। बैठक में सदस्यों ने संगठन को और अधिक सक्रिय बनाने, धार्मिक, शैक्षिक, सुधारात्मक व समाजी कार्यां की गतिविधि को बढ़ाने की प्रतिज्ञा किया और प्रस्ताव पास हुआ कि राज्य स्तर पर निर्दोष लोगों को न्यायिक सहायता मुहैया कराने के लिए एक-कानूनी सेल की स्थापना की जाएगी, इसके अलावा हर जिले के जिम्मेदार जिला स्तर पर तीन, चार सक्षम अधिवक्ताओं के संपर्क में रहें ताकि तत्काल आवश्यकता पर उनसे मदद ली जा सके। जमियत उलमा के उद्देश्यों दीनी, शैक्षिक, सधारात्मक, सामाजिक कार्यां को बेहतर तरीक़े से अंजाम दिलाने के लिए प्रस्ताव पास हुआ कि दीनी व समाज सुधार के लिये कुरान व हदीस की शिक्षा, सीरत कान्फ्रेन्स और समाज सुधार के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे और छोटे स्तर पर ज्यादा से ज्यादा शैक्षिक संस्थान स्थापित किए जाएंगे। आधुनिक शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कोचिंग सेंटर व पुस्तकालय की स्थापना की जाएगी। प्रत्येक जिले में जमियत उलमा के कार्यालय के लिये स्थायी भूमि का प्रबंध किया जाएगा। प्रोफेसर मुहम्मद नोमान उपाध्यक्ष ने सुझाव दिया कि मतदाता सूची का काम चल रहा है इस दिशा में काम किया जाना चाहिए उनकी सलाह पर कार्यकारिणी ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव पास किया कि मतदाता सूची में सुधार का काम चल रहा है और नए मतदाता बनाए जा रहे हैं जो युवा 18 साल के हो गए हैं उनके नाम मतदाता सूची में दर्ज कराने और गलत नामों को सही कराने के कार्यों में उत्तर प्रदेश के सभी जिलों की जमियत अभियान के रूप में इस काम को अंजाम दे। इसके अलावा जिन जिलों में जमियत का काम नहीं हो रहा है वहां तुरंत एक समिति बनाकर काम शुरू कराया जाए और वहां स्थायी रूप से यूनिट बनाई जाएगी ताकि जमियत के कार्यां से प्रांत के चप्पे चप्पे के लोग लाभान्वित हो सकें। मौलाना आलम उपाध्यक्ष व मौलाना मुहम्मद आक़िल सदस्य कार्यकारिणी तथा अन्य सदस्यों ने प्रांतीय जमियत के नये कार्यालय के निर्माण का मशवरा दिया, प्रांतीय अध्यक्ष महोदय ने कहा कि सब लोग दुआ फरमाएँ और दवा भी करें तो आपका यह सपना जल्द पूरा होगा और बड़ी जमीन लेकर भव्य कार्यालय स्थापित किया जाएगा। राज्य स्तर पर समाजी समस्याओं के समाधान के बारे में विचार-विमर्श करने के साथ कार्यकारिणी सदस्य मौलाना ज़हूर सहारनपुर, मौलाना इस्लामुल हक अस्जद लखीमपुर ने बतलाया कि विभिन्न क्षेत्रों में अपनी जमीन पर भी मस्जिद के निर्माण में स्थानिय अधिकारी बाधा डाल रहे हैं और निर्माण नहीं होने दे रहे हैं, जबकि सुप्रीम कोर्ट पहले ही एक फैसले में यह स्पष्ट किया है कि अपनी निजी ज़मीन पर मस्जिद और किसी धार्मिक निर्माण के लिए परमीशन की जरूरत नहीं। इसके बावजूद कई जगह मस्जिदों का निर्माण कार्य रोक दिया गया। कार्यकारिणी ने तय किया कि जल्द ही एक प्रतिनिधिमंडल शासन से मुलाकात कर इस समस्या का हल निकालेगा।
बैठक में सर्वसम्मति से मौलाना सैयद मुहम्मद मदनी को जमियत उलमा उत्तर प्रदेश का महासचिव चयन किया गया और सचिव के रूप में मौलाना मुहम्मद कलीमुल्लाह क़ासमी अंबेडकर नगर, मौलाना मुफ्ती मुहम्मद जफर क़ासमी फर्रुखाबाद, मौलाना मुहम्मद शाहिद क़ासमी मेरठ, क़ारी मुहम्मद यामीन अमरोहा, मौलाना शब्बीर अहमद मज़ाहिरी प्रतापगढ़, मौलाना अब्दुल्ला क़ासमी सुल्तानपुर, ज़हीन अहमद देवबंद, मौलाना मुहम्मद सालिम कासमी मुरादाबाद, मौलाना नूरुल हुदा कासमी संत कबीर नगर का चयन किया गया। मौलाना उसामा कासमी ने चयन होने वालों से परी तरह मन लगाकर और सेवाभाव के साथ काम करने और अजमेर में आयोजित होने वाले जमियत उलेमा हिन्द के 33 वें अधिवेशन को सफल और ऐतिहासिक बनाने के लिए प्रयास तेज करने की अपील की। बैठक का शुभारम्भ क़ारी सलमान मेरठ की तिलावत ए कुरआन से हुआ और मौलाना आलम उपाध्यक्ष यू0पी0 की दुआ पर बैठक का अन्त हुआ । बैठक में उत्तर प्रदेश के सभी जिलों के कार्यकारिणी सदस्यों व बुद्धिजीवियों ने बड़ी संख्या में भाग लिया।