ज़मीन के बाद अब हवा पर लगाम लगाने की तैयारी
पीएमओ करेगा भारत-पाकिस्तान के बीच एयर कनेक्टिविटी की समीक्षा
नई दिल्ली। उरी हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदमों की शुरुआत कर दी है। भारत में पाकिस्तान में होने वाले सार्क सम्मेलन का बहिष्कार कर उसे सबसे बड़ा झटका दिया। अब हवाई यात्राओं पर पाकिस्तान को झटका देने की तैयारी है।
पीएमओ ने भारत-पाकिस्तान के बीच उड़ानों पर रिपोर्ट तलब की है। पीएमओ भारत और पाकिस्तान के बीच एयर कनेक्टिविटी की समीक्षा करना चाहता है। पीएमओ ने नागरिक उड्डयन मंत्रालय से इसकी जानकारी मांगी है। मोदी सरकार पाकिस्तान को एमएफएन दर्जे पर पुनर्विचार कर रही है और इसमें एयर कनेक्टिविटी भी एक मुद्दा होगा।
उरी हमले के बाद भारत का रुख इस बार सख्त है। सबसे पहले सरकार ने सिंधु जल संधि पर समीक्षा बैठक बुलाई जिसमें पानी का अधिक से अधिकर इस्तेमाल और कई प्रोजेक्ट शुरू करने जैसे तमाम विकल्पों पर विचार हुआ। इसे लेकर पाकिस्तान इस कदर घबराया कि उसने ने वर्ल्ड बैंक से गुहार भी लगाई।
अगर एमएफएन दर्जे को रद्द करने का फैसला होता है तो पाकिस्तान को ये दूसरा झटका होगा। इसी के साथ भारत एयर कनेक्टिविटी पर भी कड़ा फैसला ले सकता है। यानि दोनों देशों की बीच होने वाली उड़ानों पर भी भारत-पाक संबंधों का असर दिखेगा।