शहीद जवानों के लिए पुस्तक मेले में निकल कैंडल मार्च
मोतीमहल वाटिका में चौदहवां राष्ट्रीय पुस्तक मेला : दूसरा दिन
लखनऊ। राणाप्रताप मार्ग मोतीमहल वाटिका में कल से प्रारम्भ हुए चौदहवें राष्ट्रीय पुस्तक मेले में आज दूसरे दिन साहित्यिक-सांस्कृतिक और बाल-युवा प्रतियोगिताओं का दौर भी 170 स्टालों में मध्य शुरू हो गया। अनेक आयोजनों के क्रम में कल शाम उरी में शहीद जवानों के लिए कैंडिल मार्च भी पुस्तक मेला परिसर से निकाला जाएगा।
दि फेडरेशन ऑफ पब्लिशर्स एण्ड बुकसेलर्स एसोसिएशन्स इन इण्डिया, नई दिल्ली के सहयोग से हो रहे के.टी.फाउण्डेशन का यह चौदहवां आयोजन गांधी जयंती के दिन तक नित्य सुबह 11 बजे से रात नौ बजे तक चलेगा। निःशुल्क प्रवेश वाले मेले में पुस्तक प्रेमियों को हर बार की तरह न्यूनतम 10 फीसदी की छूट पुस्तकों पर मिलेगी। मेले में मुख्य रूप से हिन्दी, अंग्रेज़ी, उर्दू की किताबों के स्टाल हैं। यहां आम तौर पर 10 रुपये की सस्ती से लेकर विषय विशेष पर केन्द्रित पुस्तकें हैं। मेले में साहित्य, विज्ञान, अध्यात्म-ज्योतिष, अर्थ व सामाजिक विषयों व विद्यार्थियों के लिए उपयोगी पुस्तकों का भण्डार है। साथ ही गोमती एजेन्सी सहित सीडी-डीवीडी आदि के भी कई स्टाल सज गए हैं। पुस्तक मेले में आज ग्राम्य विकास मंत्री अरविन्द सिंह गोप भी आए और उन्होंने स्वर्गीय उमेश ढल को समर्पित मीडिया फोटोग्राफर्स क्लब की फोटो प्रदर्शनी का अवलोकन करने के साथ पुस्तक मेले के स्टालों का भ्रमण भी किया।
आयोजक आस्था ढल ने बताया कि मेले में ‘डाक्टर से मिलिए’ कार्यक्रम को अत्यंत सराहना मिल रही है और पुस्तक प्रेमी व आमजन लाभान्वित हो रहे हैं।
मेले के सांस्कृतिक मंच पर डा.अमिता दुबे के संयोजन में शुरू हुए कार्यक्रमों में आज लेखक रामकिशोर की पुस्तक ‘धर्मनिपेक्षता और राष्ट्रीय एकता’ का लोकार्पण विद्वानों की उपस्थिति में धर्मनिरपेक्षता के वर्तमान व अतीत के पक्ष पर चर्चा के साथ सम्पन्न हुआ। सुंदरम संस्था की ओर से नरेन्द्र भूषण के संयोजन में हुई काव्यगोष्ठी का आनन्द श्रोताओ ने लिया। इसी क्रम में पूर्व में इस पुस्तक मेले के संयोजक स्वर्गीय उमेश ढल की स्मृति में ‘आस्मां की छांव में’ कवि सम्मेलन देर शाम तक चला। इससे पहले सुबह जहां स्वास्थ्य कार्यक्रम में डा.वंदना ने जोड़ों का दर्द और योग की जानकारी रही वहीं शाम को डाक्टर से मिलिए कार्यक्रम में डा.यू.एस.पाल ने दंत रोगों और उससे बचाव के बारे में अच्छी तरह समझाया।
ज्योति किरन रतन के संयोजन में आज से प्रारम्भ हुए बाल-युवा प्रतियोगिताओं में आज वेस्टर्न डांस, ड्राइंग व ऑरिगेमी की प्रतियोगिताएं चलीं। प्रतियोगिताओं में मानवेन्द्र, संस्कृति, रिया, अविका, धन्या, पुष्पी, अश्वित, आकृति, वर्षा, भावना, तान्या, इशा जहरा, जैनब व मोनी आदि बच्चों व नवयुवाओं ने प्रतिभाग किया।