कल्बे सादिक़ मुहर्रम में मजलिसें पढ़ने नहीं जाएंगे पकिस्तान
ठुकराया पाकिस्तान का न्योता, उरी में आतंकी हमले से हैं नाराज़
लखनऊ। जम्मू-कश्मीर के उरी में आतंकी हमले से शिया धर्मगुरु नाराज हैं। उन्होंने इस बार मोहर्रम में मजलिस पढ़ने के लिए पाकिस्तान जाने से इनकार कर दिया है। देश के सभी ने शिया धर्मगुरुओं ने एक सुर से पाकिस्तान को आतंकी देश करार देते हुए न्यौता ठुकरा दिया है। इनमें मौलाना कल्बे सादिक शिया, मौलाना यसुब अब्बास शिया, वसी असगर मुजफ्फरनगरी सरीखे मौलाना शामिल हैं।
मौलाना यसुब अब्बास के मुताबिक पाकिस्तान में आतंकवादी घटनाएं हो रही हैं। शियों को टारगेट कर के मारा जा रहा है। हमारे मुल्क में पाकिस्तान आतंकवादी घटनाओं को अंजाम दे रहा है। इन घटनाओं की हम शख्त अल्फाज में मज्जम्मत करते हैं, इसलिए हमने पाकिस्तान जाने का बॉयकाट किया है ताकि पाकिस्तान ये समझे कि बुद्धजीवी लोग उस देश का बॉयकाट कर रहे हैं। वो देश पाक नहीं पाप है। इस्लाम ये नहीं कहता कि तुम किसी को मारो।
वहीं मौलाना कल्बे सादिक का कहना है कि मैंने तीन साल पहले पाकिस्तान को पापिस्तान कहा था। पाकिस्तान अब पाकिस्तान नहीं रहा, वहां केवल पाप हो रहे हैं। निर्दोषों की हत्या हो रही है। उसके बाद पाक गवर्नमेंट ने मेरा वीजा बैन कर दिया था। तब से हर बार लोग मुझे वहां बुलाता हैं तो मैंने कह दिया की मेरी एंट्री वहां बैन है। मैं नहीं आ सकता हूं। ये असलियत है। वो तो आतंकवादी देश तो है ही सबसे ज्यादा हिंदू, सिख, ईसाई और शिया मारे जा रहे हैं। इस साल हमें नहीं बुलाया गया। पाकिस्तान एंबेसी ने मुझ से कहा था की आप वीजा के लिए अप्लाई कर दीजिए। हमने बोल दिया है हो जाएगा, पर जब मैंने पासपोर्ट भेजा तो उन्होंने मेरा पासपोर्ट डैमेज कर के वापस कर दिया। हमने सच्ची बात कह दी तो हमें बैन कर दिया।
बता दें कि कर्बला के शहीदों का गम सारी दुनिया में मनाया जाता है। मोहर्रम में मौलानाओं को मजलिस पढ़ने के लिए देश-विदेश से बुलावा आता रहा है। पाकिस्तान से इस बार मौलाना कल्बे सादिक, मौलाना इरशाद नकवी, मौलाना सैफ अब्बास नकवी, मौलाना वसी असगर, मौलाना मिर्जा जावेद, मौलाना आजिम हुसैन को मजलिस को संबोधित करने का न्यौता मिला था।