चीन में कैंसररोधी दुर्लभ तिब्बती बूटी ‘कवक’ का विकल्प विकसित
बीजिंग : करीब 11 वर्षों के अनुसंधान के बाद चीन में जंगली कैटरपिलर कवक (फंगस) के एक विकल्प का विकास किया गया है। तिब्बत के इस दुर्लभ कवक को उसके कैंसर रोधी गुणों के लिए जाना जाता है।
उत्तर पचिमी चीन के किंघाई प्रांत के विज्ञान विभाग ने शुक्रवार को कहा कि कृत्रिम तरीके से वैज्ञानिक कैटरपिलर कवक से हाइफा निकाल सकते हैं और उसकी खेती कर सकते हैं।
सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट में विज्ञान विभाग के उप निदेशक झांग चायोयुआन के हवाले से कहा गया है कि 11 वर्ष के अनुसंधान कार्य के लिए प्रांतीय सरकार ने धन दिया था क्योंकि वह इस जंगली जड़ी-बूटी की कमी को दूर करना चाहती थी।
चीन में ‘विंटर वार्म, समर ग्रास’ के नाम से मशहूर इस कवक का छोटा सा टुकड़ा उस इलाके में भी सोने के भाव में बिकता है, जहां यह उगता है। यह जंगली कवक उस क्षेत्र में रहने वाले तिब्बती लोगों के आय का प्रमुख स्रोत रहा है।