आतंकवाद का इस्लाम और मुसलमानों से कोई संबंध नहीं: इमाम काबा
रियाज: इमाम काबा शेख अब्दुल रहमान अल सदीस ने कहा कि फिलिस्तीन की समस्या सबसे बड़ी है, आतंकवादियों ने युवाओं को बरगला कर हत्या जैसी अनैतिकता की राह पर डाल दिया, आतंकवाद का इस्लाम और मुसलमानों से कोई संबंध नहीं। उनका कहना है कि सांप्रदायिकता को जड़ से समाप्त करना चाहिए, इस्लामी दुनिया अपने अंदर सांप्रदायिकता को खत्म करके एकता पैदा करे। उन्होंने कहा कि जिसने एक इंसान को बचाया उसने पूरी मानवता को बचाया, जिसने एक आदमी को मार डाला उसने पूरी मानवता की हत्या की, दंगा फैलाने वालों को उनके अंजाम तक पहुंचाना चाहिए।
हज के अवसर पर खुतबा देते हुए इमाम काबा कहा कि दुनिया इस समय विभिन्न शकलो में आतंकवाद के फ़ित्ने का सामना कर रही है, आतंकवाद को किसी भी जाति या धर्म से नहीं जोड़ा जा सकता है। उन्होंने कहा कि अल्लाह तआला ने हरमैन शरीफ़ैन और पवित्र मक़ामात सुरक्षा का जिम्मा लिया है, पवित्र स्थान में दंगा फैलाने वाले हरगिज़ कामयाब नहीं होंगे। इमाम काबा ने कहा कि मस्जिद अक्सा हमारा क़िबला अव्वल था, उसकी स्वतंत्रता के लिए संघर्ष करना चाहिए। उनका कहना था कि मीडिया इस्लाम की सही जानकारी दे। इमाम काबा कहा कि अल्लाह एक है, अल्लाह के दूत एक है, हमारी किताब एक है, हमें सांप्रदायिकता से दूर रहना चाहिए, अल्लाह की रस्सी को मजबूती से थाम लो ।
उन्होंने कहा कि हमें अल्लाह ने इस्लाम की दौलत से नवाज़ा है, हमारा कर्तव्य है कि धर्म का संदेश पूरी दुनिया तक पहुंचाएंगे और दुनिया को बताएं कि इस्लाम उच्च नैतिकताओं का धर्म है। उन्होंने कहा कि अल्लाह डर रखने वाला अल्लाह के सबसे निकट है, नबी करीम ने कहा दूसरे मुसलमान को तकलीफ देने वाला हम में से नहीं, माता पिता के साथ दया और अच्छाई करो, माता पिता की आज्ञा का पालन करो, उनके आगे झुक कर रहो । इमाम काबा कहा कि सभी लोगों के अधिकार बराबर हैं, दुनिया के मुसलमान एक शरीर की तरह हैं, आपस में सहमति की जरूरत है। उन्होंने कहा कि नबी करीम ने आज के दिन ही बयान फरमा या, उसी दिन अल्लाह ने फरमाया तुम्हारे लिए दीन पूरा हो गया, अल्लाह ने मुसलमानों के लिए दीन इस्लाम चुना, इससे सच्चा कोई धर्म नहीं।