महिला आयोग की सदस्य को लगता है यूपी आने पर डर
आगरा। यूपी की लड़कियां अपना बलात्कार कराने और मौत के मुंह में जाने को विवश हैं। मैं खुद महिला आयोग की सदस्य होने के बावजूद यूपी में आने से डरती हूं। यहां सिर्फ मुख्यमंत्री के कहने पर ही कोई कार्रवाई होती है। पुलिस में फरियादियों की कोई सुनवाई नहीं होती। यह कहना है राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष सुषमा साहू का। यह बात उन्होंने आगरा में एक मामले की सुनवाई के दौरान कही।
मुख्यमंत्री के हाथों रानी लक्ष्मीबाई वीरता पुरस्कार पाने वाली नाजिया को पुलिस प्रताड़ित कर रही है। शिकायत करने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। नाजिया ने एक बच्चे को अपरहणकर्ताओं के हाथों से बचाया था। जिसके चलते उसे सम्मानित किया गया था। हाल ही में नाजिया ने क्षेत्र में सट्टेबाजी की शिकायत पुलिस से की थी। जिसके बाद पुलिस और आरोपी दोनों ही नाजिया के दुश्मन बन गए।
इसकी शिकायत नाजिया ने ट्विटर के माध्यम से मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से की थी। यह खबर लगते ही राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य सुषमा साहू शुक्रवार को नाजिया से मिलने आगरा आई थीं। उन्होंने नाजिया से हालात की जानकारी ली। अधिकारियों का ध्यान प्रकरण की गंभीरता की ओर दिलाया। मौके पर मौजूद संबंधित थाने के एसओ को भी उन्होंने आड़े हाथों लिया। जमकर खरी-खोटी सुनाईं। कहा कि पुलिस तो अब सिर्फ सीएम के आदेश पर ही कोई कार्रवाई करती है। फिर चाहें फरियादी कितने भी चक्कर लगाता रहे। सूबे की सपा सरकार पर भी निशाना साधा। नाजिया को इंसाफ का भरोसा दिलाया।