बाबूगंज स्थित रामाधीन उत्सव भवन में धूमधाम से शुरू हुई गणेश पूजा

लखनऊ: बाबूगंज स्थित रामाधीन सिंह उत्सव भवन में सोमवार को विधि विधान से गजानन गणेश की मूर्ति की स्थापना पंडितों ने की। स्थापना के बाद पूजन और आरती हुई। फिर सैकड़ों भक्तों ने गजानन के दर्शन किए और उन्हें शीश नवाकर मनौतियां मांगी। कोलकाता से आए कलाकारों ने शाम को गणेश जी के जनम पर आधारित एक नृत्य नाटिका का मंचन कर माहौल भक्तिमय बना दिया। अतिथि के रूप में सपा सरकार के कैबिनेट मंत्री अरविंद सिंह गोप, प्रमुख सचिव सूचना एवं जनसंपर्क विभाग नवतीन सहगल, वरिष्ठ अधिकारी एसके अग्रवाल समेत अन्य गणमान्य लोगों ने गणपति बप्पा के दर्शन किए।

श्री गणेश प्राकट्य समिति के अमित गर्ग, अतुल बंसल ने बताया कि सोमवार सुबह से ही मूर्ति स्थापना शुरू होते ही भक्तों का तांता लगने लगा। मूर्ति स्थापना और विधि विधान से हुई आरती के समापन के बाद समिति की ओर से मोदक का प्रसाद भक्तों में वितरित किया गया।

शुरू हो गए बप्पा के दर्शन

समिति के संरक्षक भारत भूषण गुप्ता ने बताया कि रामाधीन उत्सव भवन में भक्तों के लिए गणपति बप्पा के दर्शन खोल दिए गए हैं। सोमवार सुबह से देर रात तक सैकड़ों भक्तों ने गजानन के दर्शन किए और आशीर्वाद लिया। शाम को हुई आरती में भक्त उमड़ पड़े। जिसमें सैकड़ों की संख्या में महिला, पुरूष, बच्चों और बुजुर्गों ने हिस्सा लिया। समारोह में कमेटी के अमित गर्ग, उदयवीर सिंह, संजय सोनकर, अतुल बंसल, सतीश अग्रवाल, राजेश बंसल, शरद अग्रवाल, सुरेंद्र अग्रवाल, रमाशंकर वर्मा, रवि प्रकाश समेत अन्य लोग मुख्य रूप से मौजूद रहे।

कोलकाता के कलाकारों ने मन मोहा

कोलकाता से आए कलाकारों ने शाम को नृत्य नाटिका व गीत प्रस्तुत कर माहौल भक्तिमय बना दिया। गणेश भगवान के भजनों पर भक्त झूम उठे। कोलकाता से आए कलाकार तूलिका बनर्जी, मिलन दास, गायक अभिषेक शर्मा ने अपनी प्रस्तुतियों से लोग का मन मोह लिया। तूलिका समेत अन्य कलाकारों ने गणेश जी के जनम पर आधारित नृत्य नाटिका की प्रस्तुति दी। नाटक के माध्यम से ही भक्तों को बताया कि गणेश जी को सिद्धि विनायक क्यों कहा जाता है। यह भी बताया गया कि गणेश जी पर तुलसी क्यों नहीं चढ़ती है। क्योंकि गणेश जी ने तुलसी को श्राप दिया था। उसके स्थान पर दूर्वा चढ़ाई जाती है।