खिलाड़ियों का सम्मान करने में समाजवादी सरकारें हमेशा आगे रही हैं: मुख्यमंत्री
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि राज्य सरकार रियो ओलम्पिक खेल-2016 में देश का गौरव बढ़ाने वाली खिलाड़ियों पी0वी0 सिन्धु, साक्षी मलिक एवं दीपा करमाकर को 1 करोड़ रुपए का पुरस्कार देकर सम्मानित करेगी। इस मौके पर उन्होंने रियो ओलम्पिक खेल-2016 में प्रतिभाग करने वाले प्रदेश के 10 खिलाड़ियों को 10-10 लाख रुपए की प्रोत्साहन राशि प्रदान की। साथ ही, 20 खिलाड़ियों को वर्ष 2014-15 व 2015-16 के लिए लक्ष्मण व रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कार भी प्रदान किए। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार पुलिस भर्ती बोर्ड के माध्यम से पुलिस विभाग में स्पोट्र्स कोटा के रिक्त पदों पर जल्द से जल्द भर्ती करेगी।
मुख्यमंत्री आज यहां अपने सरकारी आवास पर राष्ट्रीय खेल दिवस पर आयोजित लक्ष्मण व रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कार वितरण समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ‘हाॅकी के जादूगर’ के नाम से मशहूर मेजर ध्यानचन्द के जन्मदिन को ‘राष्ट्रीय खेल दिवस’ के रूप में भी मनाया जाता है। उनकी स्मृति में आज का यह आयोजन किया गया है। समाजवादी सरकार ने ऐसे महत्वपूर्ण और शुभ अवसर को अपने बेहतरीन प्रदर्शन से राज्य का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ियों को सम्मानित करने के लिए चुना है। पिछले साल भी आज के ही दिन प्रदेश के खिलाड़ियों को लक्ष्मण और रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया था।
श्री यादव ने कहा कि रियो ओलम्पिक में पदक सूची में देश का स्थान देखने के साथ ही, खिलाड़ियों को उपलब्ध हो रही सुविधाओं के बारे में भी ध्यान देना होगा। अधिक पदक पाने वाले देशों में खिलाड़ियों को उपलब्ध प्रैक्टिस आदि की सुविधाएं यहां उपलब्ध नहीं हैं। समाजवादी सरकार ने खिलाड़ियों को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की खेल की बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने के साथ ही, अच्छी ट्रेनिंग, अच्छे खान-पान तथा अच्छे स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने का प्रयास किया है। उन्होंने उम्मीद जतायी कि जापान में होने वाले अगले ओलम्पिक खेलों में प्रदेश की भी कुछ प्रतिभाएं देश के लिए पदक लाने वालों में शामिल होंगी।
श्री यादव ने कहा कि समाजवादी सरकार जहां एक ओर प्रदेश के सम्पूर्ण विकास पर जोर देते हुए गांव, शहर, गरीब, नौजवान, किसान, दस्तकार, उद्यमी आदि की बेहतरी के लिए तेजी से फैसले लेकर उन्हें लागू कर रही है। वहीं दूसरी ओर राज्य में शिक्षा के साथ-साथ खेल और खिलाड़ियों को बढ़ावा देने के लिए भी अनेक फैसलों पर अमल कर रही है। खिलाड़ियों का सम्मान करने में समाजवादी सरकारें हमेशा आगे रही हैं। ‘यश भारती’ पुरस्कार से सबसे ज्यादा खिलाड़ियों को सम्मानित किया गया है। खिलाड़ियों को दी जाने वाली पुरस्कार राशि में बढ़ोत्तरी की गई है। उन्होंने भरोसा जताया कि राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का लाभ प्राप्त कर प्रदेश के खिलाड़ी, खेल जगत में नई ऊँचाईयां प्राप्त करेंगे और प्रदेश व देश को गौरवान्वित करेंगे।
खेल राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रामसकल गूजर ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश खिलाड़ियों को बेहतर खेल सुविधाएं मुहैया कराने में सबसे आगे है। ओलम्पिक खेलों में पदक विजेता खिलाड़ियों को एकल वर्ग में स्वर्ण पदक प्राप्त करने पर 6 करोड़ रुपए, रजत पदक पर 4 करोड़ रुपए तथा कांस्य पदक प्राप्त करने वाले को 2 करोड़ रुपए दिया जाता है। इसी प्रकार टीम गेम्स में स्वर्ण पदक प्राप्त करने पर 3 करोड़ रुपए, रजत पदक पर 2 करोड़ रुपए तथा कांस्य पदक प्राप्त करने पर 1 करोड़ रुपए का पुरस्कार दिया जाता है। ओलम्पिक खेलों में प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ियों को प्रोत्साहन स्वरूप 10 लाख रुपए देने की व्यवस्था है। लक्ष्मण एवं रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कार की धनराशि 50 हजार रुपए से 6 गुना से भी ज्यादा बढ़ाकर 3 लाख 11 हजार रुपए की गई है।
मुख्य सचिव दीपक सिंघल ने अपने सम्बोधन में कहा कि राज्य सरकार गांव से शहर तक तमाम योजनाएं चलाकर खेल और खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने का काम कर रही है। प्रमुख सचिव खेल अनीता भटनागर जैन ने कहा कि खेल दिलों और राष्ट्रों को जोड़ता है। प्रदेश सरकार ने खेल को बढ़ावा देने के लिए खेल विभाग के बजट में वृद्धि, खिलाड़ियों की पुरस्कार राशि में बढ़ोत्तरी, खेल की बुनियादी सुविधाओं को बढ़ाने जैसे महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। विगत 5 साल में खेल के लिए 1500 करोड़ रुपए का आवंटन किया गया है, जो कि अभूतपूर्व है।
कार्यक्रम को खेल राज्यमंत्री रामकरन आर्य तथा प्रसिद्ध खिलाड़ी विजय सिंह चैहान ने भी सम्बोधित किया। कार्यक्रम के प्रारम्भ में मुख्यमंत्री को ओलम्पिक की टाई, टी-शर्ट और पिन भेंट की गई।
मुख्यमंत्री ने लक्ष्मण व रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कार से सम्मानित पुरुष खिलाड़ियों को लक्ष्मण जी तथा महिला खिलाड़ियों को रानी लक्ष्मीबाई की कांस्य प्रतिमा, 3 लाख 11 हजार रुपए की धनराशि तथा प्रशस्ति पत्र प्रदान किया।
वर्ष 2014-15 के लिए सीमा पुनिया (एथलेटिक्स), पूनम यादव (भारोत्तोलन), रितुषा आर्या (हाॅकी), सिमरन भारती (साॅफ्ट टेनिस) तथा वेटरन वर्ग में प्रेम माया (हाॅकी) को रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कार तथा मनु अत्रि (बैडमिन्टन), आदित्य सिंह राणा (जिम्नास्टिक), सचिन कुमार भारद्वाज (हैण्डबाॅल) तथा वेटरन वर्ग में मोहम्मद शाहिद (हाॅकी) व विजय सिंह चौहान (एथलेटिक्स) को लक्ष्मण पुरस्कार प्रदान किया।
वर्ष 2015-16 के लिए दीप्ति शर्मा (क्रिकेट), सृष्टि अग्रवाल (हैण्डबाॅल), प्रियंका सिंह (कुश्ती), योगिता (साॅफ्ट टेनिस) तथा वेटरन वर्ग में पुष्पा श्रीवास्तव (हाॅकी) को रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कार तथा सुरेश रैना (क्रिकेट), कमलेश कुमार शुक्ला (साॅफ्ट टेनिस), अनुभव प्रताप सिंह (शूटिंग) तथा वेटरन वर्ग में सुजीत कुमार श्रीवास्तव (हाॅकी) को लक्ष्मण पुरस्कार प्रदान किया गया।
रियो ओलम्पिक खेल-2016 में प्रतिभाग करने वाले प्रदेश के कुल 10 खिलाड़ियों सुधा सिंह (एथलेटिक्स), सीमा पुनिया (एथलेटिक्स), वन्दना कटारिया (हाॅकी), प्रीति दुबे (हाॅकी), दानिश मुज्तबा (हाॅकी), मेराज अहमद खान (शूटिंग), सन्दीप तोमर (कुश्ती), अंकित शर्मा (एथलेटिक्स), जीतू राय (शूटिंग) तथा मनु अत्रि (बैडमिन्टन) को 10-10 लाख रुपए की प्रोत्साहन राशि तथा प्रशस्ति पत्र मुख्यमंत्री ने प्रदान किया।
किन्हीं कारणों से कार्यक्रम में अनुपस्थित रहे पुरस्कृत खिलाड़ियों-सुरेश रैना, जीतू राय तथा दीप्ति शर्मा का पुरस्कार उनके प्रतिनिधियों ने प्राप्त किया। जबकि स्व0 मोहम्मद शाहिद का पुरस्कार उनकी पत्नी ने प्राप्त किया।
इस अवसर पर राजनैतिक पेंशन मंत्री राजेन्द्र चौधरी, खेल विभाग के सलाहकार आनन्द भदौरिया, खेल निदेशक आर0पी0 सिंह सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी व अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।