ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाना हमारी जिम्मेदारी: अरविन्द सिंह ‘गोप’
लखनऊ: उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन को ‘प्रेरणा’ नाम मुख्यमंत्री द्वारा किया गया है जो इस बात का प्रतीक है कि हमारी ग्रामीण बहनों को विकास की राह पर आगे बढ़ाने का कार्य स्वयं सहायता समूह द्वारा एक प्रेरणा के रूप में किया जा रहा है। यह बात ग्राम्य विकास मंत्री श्री अरविन्द सिंह ‘गोप’ ने आज यहां इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कही।
उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए है, यह सरकार की जिम्मेदारी है कि ग्रामीण बहनें समाज में आर्थिक, नैतिक और सामाजिक विकास की ऐसी धारा प्रवाहित करें जो समाज को एक नई रोशनी दे सकें। उन्होंने कहा कि इस कार्य को करने के लिए किसी भी तरह के संसाधनों की कमी नहीं होने दी जायेगी। इस अवसर पर उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम के द्वारा 123564 गरीब परिवारों के लगभग 6 लाख लोग जीविकोपार्जन की राह पर चलने के लिए अग्रसर हुये हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त करते हुये कहा कि निकट भविष्य में आजीविका ‘प्रेरणा’ मिशन ग्रामीण क्षेत्रों में एक जन-आन्दोलन का रूप धारण करके प्रदेश में विकास की एक नई इबारत लिखने में सक्षम होगा।
इस अवसर पर ग्राम्य विकास मंत्री द्वारा 6625 स्वयं सहायता समूहों को 10.9375 करोड़ रुपये रिवाॅल्विंग फण्ड तथा 3672 स्वयं सहायता समूहों को 30.43 करोड़ रुपये सामुदायिक निवेश निधि के रूप में विभिन्न जनपदों से आई हुई स्वयं सहायता समूह की सदस्यों को प्रदान किया गया। इसके अतिरिक्त उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अन्तर्गत गठित स्वयं सहायता समूहों के वित्तीय वर्ष 2015-16 में बैंक लिंकेज कार्यक्रम हेतु उत्कृष्ट कार्य करने वाले 5 बैंकों के शाखा प्रबन्धकों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त वर्ष 2015-16 में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए प्रदेश के तीन जिला मिशन प्रबंधन ईकाई जनपद, इलाहाबाद, बँदायूँ एवं बस्ती को एवं तीन विकासखण्ड मिशन प्रबन्धन ईकाई, निघासन, खीरी, धानापुर, चन्दौली, छानवे एवं मीरजापुर को प्रशस्तिपत्र देकर सम्मानित किया गया।
प्रमुख सचिव, ग्राम्य विकास दीपक त्रिवेदी ने कहा कि वर्तमान में प्रदेश के समस्त जनपदों में 122 विकास खण्डों में इंटेंसिव एप्रोच के अन्तर्गत मिशन कार्य कर रहा है एवं इसके अन्तर्गत अभी तक एक लाख से ज्यादा समूहों का गठन किया जा चुका है एवं आगे पांच वर्षों में 10 लाख से ज्यादा महिला स्वयं सहायता समूहों का गठन किया जायेगा। उन्होंने विश्वास दिलाया कि प्रदेश में मिशन के अन्तर्गत गठित समूह निश्चित रूप से समाज को नई दिशा प्रदान करेंगे। इस अवसर पर ग्राम्य विकास आयुक्त श्री कामरान रिजवी ने कहा कि मिशन एक नये अध्याय की शुरूआत कर रहा है।