समस्याओं का समाधान निकालने वाला ही अच्छा प्रशासनिक अधिकारी: मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने ‘घर-आंगन-देहरी से सत्ता के गलियारों तक’ पुस्तक का विमोचन किया
लखनऊ:उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि एक अच्छा प्रशासनिक अधिकारी वही होता है, जो समस्याओं का समाधान निकाले। जिसके निर्देशन में जनहित के कार्य सुचारु और अच्छे ढंग से सम्पादित हों। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा किए गए फैसलों का जनता और उसके भविष्य पर व्यापक असर पड़ता है। इसलिए फैसलों को सोच-समझकर जनहित में लेना चाहिए। जो अधिकारी जनहित, समाजहित व राष्ट्र हित में फैसले लेते हैं, उन्हें लोग हमेशा याद करते हैं।
मुख्यमंत्री आज यहां इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में उत्तर प्रदेश राज्य योजना आयोग के उपाध्यक्ष तथा पूर्व मुख्य सचिव श्री नवीन चन्द्र बाजपेयी की पुस्तक ‘घर-आंगन-देहरी से सत्ता के गलियारों तक’ का विमोचन करने के उपरान्त आयोजित समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने श्री बाजपेयी को इस पुस्तक के लिए बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह पुस्तक नौजवानों को प्रोत्साहित करने और प्रेरणा देने का कार्य करेगी।
श्री यादव ने कहा कि श्री बाजपेयी की पुस्तक अनुभवों से भरी हुई है। उसके पढ़ने से यह दृष्टिकोण विकसित होता है कि जीवन में संतुष्टि और संतुलन होना चाहिए। यह भी नजरिया मिलता है कि सीमित चीजों में हम कैसे खुश रह सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री बाजपेयी का लम्बा प्रशासनिक अनुभव रहा है और इन्होंने अपनी प्रशासनिक यात्रा के दौरान कई अच्छे फैसले लिए। इस सन्दर्भ में उन्होंने लखनऊ के नवाब वाजिद अली शाह प्राणि उद्यान से सम्बन्धित प्रसंग का उल्लेख करते हुए कहा कि इसको लखनऊ में ही स्थित रखने में श्री बाजपेयी की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। इसी प्रकार लोहिया पार्क के निर्माण में भी इनके फैसले ने सहयोग प्रदान किया। उन्होंने कहा कि श्री बाजपेयी का मार्गदर्शन सदैव हम सबको प्राप्त होता रहता है।
विधान सभा अध्यक्ष श्री माता प्रसाद पाण्डेय ने कहा कि श्री नवीन चन्द्र बाजपेयी की पुस्तक से सभी को प्रेरणा मिलेगी और इन्होंने हिन्दी भाषा में समाज को एक अच्छा साहित्य दिया है। उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष श्री उदय प्रताप सिंह ने कहा कि ‘घर-आंगन-देहरी से सत्ता के गलियारों तक’ पुस्तक में फर्श से अर्श तक का सफर है।
समारोह को सम्बोधित करते हुए श्री नवीन चन्द्र बाजपेयी ने कहा कि इस पुस्तक को लिखने से उन्हें सन्तोष का अनुभव हुआ है। उन्होंने कहा कि यह पुस्तक मेरे जीवन की यात्रा है, जिसमें विभिन्न प्रसंगों और पड़ावों का वर्णन किया गया है। उन्होंने कहा कि यह पुस्तक पगडण्डियों से लेकर राजमार्ग तक की यात्रा है। इसमें विभिन्न मनोदशाओं का उल्लेख है और प्रिय सत्य को उकेरा गया है। समारोह को उत्तर प्रदेश भाषा संस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष और लोकप्रिय कवि श्री गोपालदास ‘नीरज’ और वरिष्ठ पत्रकार श्री के0 विक्रम राव ने भी सम्बोधित किया।
इस अवसर पर राजनैतिक पेंशन मंत्री राजेन्द्र चैधरी, सांसद डिम्पल यादव, मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार आलोक रंजन, नवीन चन्द्र बाजपेयी के परिवार के सदस्यों सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारीगण, मीडियाकर्मी, साहित्य प्रेमी तथा अन्य गणमान्य नागरिक भी उपस्थित थे।