लखनऊ। यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने लखनऊ में कारोबारियों के एक सेमिनार में मीडिया और विपक्ष पर व्यंग करते हुए कहा कि जब मैं ट्रेनी सीएम के रूप में इतना अच्छा काम कर रहा हूँ तो जब अगली बार मुख्यमंत्री बनूँगा तो कितना अच्छा काम करूंगा आप अनुमान कर सकते हैं। अखिलेश ने कहा कि मैं पहली बार ट्रेनी सीएम ही रहा। ड्राइविंग सीट पर कोई और बैठा रहा। अंडर ट्रेनिंग रहते मैंने इतना अच्छा काम किया तो दोबारा आया तो और अच्छा काम करुंगा।

दरअसल अखिलेश के सीएम बनने के बाद से ही विपक्ष आरोप लगाता रहा है और मीडिया भी लिखता रहा है कि उनके गद्दी पर रहते हुए बागडोर किसी और के हाथ में है।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मंगलवार को यहां कहा कि भाजपा के लोग हमारी सरकार को पांच और साढ़े पांच मुख्यमंत्री की सरकार कहते रहे हैं लेकिन हम भाजपा से कह रहे हैं कि पहले वो अपने लिए एक मुख्यमंत्री तो ढ़ूंढ़ कर ले आए। उन्होंने कहा कि मेरे बारे में यह भी कहा जाता है कि मैं दूसरी सीट पर बैठा हूं और ड्राइवर कोई और है। तो मैं ऐसे लोगों से भी पूछता हूं कि मैंने अंडर ट्रेनी रह कर जितना काम कर दिया उसका आधा भी किसी ने किया क्या!

इस दौरान उन्होंने किसी का नाम लिये बगैर कहा कि जब हम लैपटॉप बांट रहे थे तब ये लोग कहा करते थे कि युवाओं के हाथों में झुनझुना थमाया जा रहा है और आज कश्मीर के सन्दर्भ में कहते फिर रहे हैं कि जिन हाथों में लैपटॉप होना चाहिए उनमें बन्दूक पकड़ा दी गई है। उन्होंने कहा जिस लैपटॉप की बात वे आज कर रहे हैं वह समाजवादी पार्टी चार साल पहले ही शुरू कर चुकी है। उन्होंने कहा, हमारी हर कार्य में सफलता ने विरोधियों की नींद उड़ा दी है। इसलिए वे अब हमारी सफलता पर पर्दा डालने में लगे हैं। हमने एक दिन में पांच करोड़ पेड़ लगाकर विश्व रिकार्ड कायम किया और इतिहास रचा लेकिन प्रधानमंत्री ने उन प्रदेशों का तो नाम लिया जहां एक और दो करोड़ पौधे लगे थे लेकिन यूपी में जहां पांच करोड़ पौधे लगे उसका एक बार भी नाम नहीं लिया।

मुख्‍यमंत्री ने प्रदेश में नेताओं के भैंस और कुत्ते के खोने का उल्लेख करते हुए कहा कि भाजपा कह रही थी कि समाजवादी सरकार में भैंस खो जाए तो उसे यह सरकार जल्दी खोज लेती है लेकिन जब भाजपा के लोगों का कुत्ता खो गया तो उसे भी जल्दी खोज लिया गया। यह साबित करता है हम कितने संवेदनशील हैं। इस दौरान अखिलेश ने मीडिया की भूमिका पर भी कटाक्ष किया, कहा कि बुलन्दशहर की घटना को हम मानते हैं कि बहुत बुरा हुआ लेकिन पास के ही गुड़गांव में एक ही जगह पर लगातार दो बार वैसी घटना हुई लेकिन मीडिया ने उस पर हाय-तौबा नहीं मचाई। मीडिया तब हमें तीसरे नम्बर की पार्टी बता रही थी अब नम्बर एक बता रही है।

उन्‍होंने लखनऊ मेट्रो की चर्चा करते हुए कहा कि मैंने कह रखा है कि अगली बार जब बजट पेश करने आऊंगा तो मेट्रो पर बैठकर आऊंगा। हम प्रदेश के अन्य शहरों में भी जल्द से जल्द मेट्रो चलाने के लिए प्रयास कर रहे हैं। अभी केन्द्रीय गृह मंत्री के संसदीय क्षेत्र में मेट्रो चलाने जा रहे हैं और शीघ्र ही प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में भी यह कार्य कराएंगे लेकिन केन्द्र सरकार हमें सहयोग तो करे।