महिंद्रा युवो भारत के कृषि परिदृश्य में क्रांति लाने के लिए तैयार
तकनीक के परिणामस्वरूप न केवल शहरी बाजारों बल्कि भारत के आंतरिक इलाकों में भी जीवन में बदलाव आ रहा है। यह शहर और गांव की खाई को तेजी से पाट रहा है और, परिणामस्वरूप, ग्रामीण क्षेत्र के ग्राहकों के लिए तकनीक द्वारा उपलब्ध कराई जाने वाली विभिन्न नई-नई संभावनाएं सुगम्य हो चुकी हैं। कृषि का क्षेत्र भी कोई अपवाद नहीं है, आजकल के ब्रांड्स लाखों लोगों की जिंदगियों को स्पर्श करने और सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए तकनीक का उपयोग कर रहे हैं। दुनिया की प्रमुख ट्रैक्टर निर्माण कंपनी, महिंद्रा ट्रैक्टर्स की नई ट्रैक्टर रेंज, महिंद्रा युवो को लाॅन्च किया जाना ऐसा ही एक उदाहरण है कि किस तरह से तकनीक किसानों के लिए लाभप्रद हो सकती है।
30-45 एचपी श्रेणी में पांच एचपी प्वाइंट्स में उपलब्ध ट्रैक्टर्स की रेंज, महिंद्रा युवो कृषि-विशेषज्ञ उत्पाद है। इसकी तकनीक-आधारित विशेषताएं किसानों को अधिक काम करने, तेजी से काम करने और बेहतर तरीके से काम करने में सक्षम बनाती हैं। इस ट्रैक्टर को एशिया के सबसे बड़े शोध एवं विकास संयंत्र, महिंद्रा रिसर्च वैली में डिजाइन किया गया था, जहां 200 से अधिक इंजीनियर्स ने पिछले पांच वर्षों से अधिक समय तक जी तोड़ मेहनत की, तब जाकर यह विश्वस्तरीय उत्पाद तैयार हो सका। यह सभी वर्तमान एवं उभरते एप्लिकेशंस में बेहतरीन प्रदर्शन उपलब्ध कराता है। भारत में, 30-45 एचपी श्रेणी के ट्रैक्टर्स का इसके वाॅल्यूम्स में 75 प्रतिशत का योगदान है और इसलिए, महिंद्रा युवो इस उच्च तकनीक वाले उत्पाद पेशकश के साथ ट्रैक्टर इंडस्ट्री में बदलाव लाने के लिए तैयार है।
महिंद्रा युवो, महिंद्रा की प्रोजेक्ट टीम की व्यापक शोध एवं ग्राहकों के दमदार विचारों का परिणाम है, जहां 12 राज्यों के ग्राहकों की प्रतिक्रियाएं ली गईं। युवो रेंज के ट्रैक्टर्स के विकास में 7,000 से अधिक विचार लिये गये, फिर उनका विभिन्न राज्यों, अलग-अलग तरह की मिट्टियों और कृषि अनुप्रयोगों में 140,000 घंटे से अधिक घंटे तक फिल्ड ट्रायल किया गया।
विशेषज्ञों को लगता है कि महिंद्रा युवो ने सभी कृषि अनुप्रयोगों में अपने उच्च प्रदर्शन के दम पर 30-45 एचपी ट्रैक्टर बाजार में क्रांति ला दी है। यह ट्रैक्टर किसानों को उनकी उत्पादकता एवं आउटपुट की गुणवत्ता को बेहतर बनाने में सक्षम बनायेगा। 30 से अधिक अनुप्रयोगों के लिए उपयुक्त, शक्तिशाली युवो कृषि पद्धतियों में अधिक स्वचलीकरण की संभावना उपलब्ध कराता है। एक बार में ही पांच नये माॅडल्स को लाॅन्च किया जाना इंडस्ट्री का एक अन्य पहला प्रयास है, और उसने कंपनी को अपने उच्च पेशकश के साथ भारी संख्या में किसानों तक पहुंचने में मदद की है।
महिंद्रा युवो अलग-अलग तरह की मिट्टियों, मौसमी स्थितियों, फसलों, और राज्यवार अलग-अलग कृषि प्रणालियों वाली जटिल स्थितियों में प्रभावी तरीके से काम करता है। उदाहरण के लिए, उत्तर प्रदेश में आलू की खेती के लिए हर चरण में सूक्ष्मता होती है – खेत की तैयारी, बुवाई और फसल कटाई। प्रेसिजन हाइड्राॅलिक्स और 1500 किग्रा तक उठाने की क्षमता के साथ, महिंद्रा युवो किसानों को बेहतर एवं अधिक फसल काटने में मदद करता है। प्रेसिजन हाइड्राॅलिक्स कटाई की एकसमान गहराई देता है, ताकि किसानों को सर्वोत्तम आलू की फसल मिल सके।