रियो डी जनेरियो: रियो ओलिंपिक में भारत के पहलवान नरसिंह यादव के मुकाबले को लेकर संशय गहरा गया है. वर्ल्‍ड एंटी डोपिंग एजेंसी (वाडा) ने इस मामले में सुनवाई की है.
गौरतलब है कि नरसिंह को 25 जून को हुए परीक्षण में प्रतिबंधित एनाबोलिक स्टेरायड मेथेनडाइनोन के लिए पॉजीटिव पाया गया था.विश्व चैम्पियनशिप के कांस्य पदक विजेता नरसिंह ने दावा किया था कि वह विरोधी खेमे की साजिश का शिकार हुए हैं इस दावे को नाडा ने अपील के बाद स्वीकार कर लिया था.

रियो ओलिंपिक में नरसिंह यादव को 19 अगस्‍त को मुकाबला खेलना है और ओलिंपिक के लिए हरी झंडी मिलने के बावजूद उनको लेकर सवाल उठाये जा रहे थे. वाडा ने इस मामले में नरसिंह, इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन (आईओए), रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया और इंटरनेशनल रेसलिंग फेडरशन को पक्षकार बनाया है.

मामले में वाडा ने 13 अगस्‍त को नाडा को पत्र लिखा था. वर्ल्‍ड एंटी डोपिंग एजेंसी ने नरसिंह मामले में नाडा के फैसले को मानने से इनकार कर दिया और इस मसले को कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन ऑफ स्‍पोर्टस (सीएएस) लेकर गई. इस मामले में मंगलवार को करीब एक घंटे पहले सुनवाई हुई जिसमें आईओए का एक अधिकारी भी शामिल हुई. सूत्रों ने बताया कि मामले की सुनवाई फास्‍ट ट्रैक कोर्ट में होगी ताकि जल्‍द फैसला लिया जा सके. नरसिंह ओलिंपिक में उतर पाएंगे या नहीं, यह 18 अगस्‍त को वाडा के फैसले के बाद ही साफ हो पाएगा।