मुलायम के बयान में हताशा की झलक: बीजेपी
नई दिल्ली: भाजपा ने मंगलवार को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव से कहा कि वह जमीन कब्जाने और अवैध कारोबार चलाने के आरोपी अपने पार्टी नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करके दिखाएं? पार्टी ने सवाल किया कि क्या सपा प्रमुख ने अपने बेटे अखिलेश यादव के हितों को पार्टी हितों से ऊपर रखा है.
भाजपा ने कहा कि राज्य सरकार की एक और बार सार्वजनिक आलोचना का अर्थ है कि सपा ने अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों का चुनावी बिगुल बजने से काफी पहले हार मान ली है.
भाजपा के राष्ट्रीय सचिव सिद्धार्थ नाथ सिंह ने एक संवाददाता सम्मेलन में यह बयान दिया. एक दिन पहले ही सपा अध्यक्ष मुलायम ने अपने भाई शिवपाल का समर्थन किया था, जिन्होंने कुछ पार्टी नेताओं पर जमीन कब्जाने और अन्य अवैध गतिविधियों में लिप्त रहने का आरोप लगाते हुए इस्तीफे की धमकी दी थी. सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि मुलायम सिंह यादव ने 2012 में अपने बेटे की अगुवाई वाली सरकार के आने के बाद से पांच बार उसकी सार्वजनिक आलोचना की है. इसका मतलब इसे 'असफल सरकार' कहना है. उन्होंने कहा कि मुलायम को जनता से माफी मांगनी चाहिए, क्योंकि उन्होंने अपने नाम पर 2012 में वोट मांगे थे और फिर अखिलेश को मुख्यमंत्री बना दिया था.