सरकारी प्रेस नोटों का संकलन था मोदी का भाषण: मायावती
लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले से दिए संबोधन को अब तक का सबसे नीरस भाषण बताया है। उन्होंने कहा कि ये भाषण कम, सरकारी प्रेस नोटों का संकलन ज्यादा था।
मायावती ने बयान जारी कर कहा है कि प्रधानमंत्री भाषण को ‘शाइनिंग इण्डिया’ की तरह प्रचारित करना चाहते थे लेकिन वह सरकारी प्रेस नोटों पर आधारित तकरीर बन कर रह गई। लाल कि़ले के प्राचीर से दिए जाने वाले तमाम भाषणों में से यह शायद अब तक का सबसे नीरस व बेजान भाषण माना जायेगा। उन्होंने कहा कि मोदी ने जिन उपलब्धियों का बखान भाषण में किया वे सारी बातें लोग पिछले एक साल से सरकारी प्रेस नोटों और उनके मंत्रियों के मार्फत जानते आए हैं।
मायावती ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी आंकड़ों के मकड़जाल और विदेशी संस्थानों की रेटिंग के हवाले से अपनी सरकार की वाहवाही सुनना चाहते हैं लेकिन उन्हें यह नहीं पता कि देश की आमजनता की जो धारणा होती है, वही सच होता है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार को कश्मीर के हालात जल्द-से-जल्द सामान्य बनाने के लिए सार्थक प्रयास करना चाहिए।