लखनऊ: विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग मंत्री नारद राय ने विभाग के अन्तर्गत कार्यरत रिमोट सेन्सिंग एप्लीकेशन्स सेन्टर, लखनऊ का 13 अगस्त, 2016 को दौरा किया तथा निदेशक, समस्त प्रभागाध्यक्षों, प्रभारियों एवं परियोजना प्रबन्धकों की बैठक ली।
बैठक में नारद राय ने शोध एवं विकास की समस्त परियोजनाओं में किये जा रहे कार्यों की प्रगति की विस्तृत जानकारी सम्बन्धित अधिकारियों से प्राप्त की। श्री राय ने प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों में चल रही आयोजनागत परियोजनाओं जैसे वर्षा जल संग्रहण, भूजल रिचार्ज, माइक्रोवाटरशेड, यूटिलिटी फैसिलिटी सर्विसेज मैपिंग, भू आकृतिकीय मानचित्रण, एक्वीफर मैपिंग, आलू फसल का क्षेत्रफल आंकलन, बागवानी फसलों का आंकलन, रेशम उद्योग हेतु स्थल चयन, परती अपघटित भूमि का कृषि वनीकरण के विकास के लिये चिन्हिकरण, प्राकृतिक संसाधनों का मानचित्रीकरण, सतही जल स्त्रोतों का चिन्हिकरण, रोपित वृक्षों का आंकलन, बाढ़ एवं सूखाग्रस्त क्षेत्रों का चिन्हिकरण, इमेज प्रोसेसिंग जी0आई0एस0 तथा लिडार सम्बन्धी परियोजनाओं की प्रगति की विस्तृत समीक्षा की।
श्री नारद राय ने प्रत्येक परियोजना के कार्यों की प्रगति का बारीकी से निरीक्षण किया तथा रिमोट सेन्सिंग एप्लीकेशन्स सेंटर के समस्त प्रभागाध्यक्षों, प्रभारियों एवं परियोजना प्रबन्धकों को परियोजना कार्यों में तेजी लाने तथा विभाग की विकासात्मक योजनाओं के बजट का ससमय नियमानुसार उपयोग करने के निर्देश दिये। इसके अतिरिक्त उन्होंने बाह्य सहायतित परियोजनाओं की प्रगति की भी समीक्षा की। श्री नारद राय ने अधिकारियों को सम्बन्धित उपयोगकर्ता विभागों एवं जनपद स्तरीय अधिकारियों से समन्वय बनाते हुए परियोजना कार्यों को आगे बढ़ाने के निर्देश दिये, जिससे जनता को विषेष रूप से किसानों को इन विकासात्मक परियोजनाओं का सीधा लाभ ससमय मिल सके।