सुलतानपुर : शहीद का शव गांव पहुंचते ही लगे पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे
कश्मीर के कुपवाड़ा में शहीद हुए सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवान महेन्द्र यादव का शव बुधवार को उनके पैतृक गांव पहुंचा। इससे पहले मुड़िला बाजार के नागरिकों ने पुष्पवर्षा कर उनको श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर ग्रामीणों ने आतंकवाद और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री व आतंकवाद का पुतला भी जलाया गया।
शव के साथ सुल्तानपुर के डीएम एस राज लिंगम व एसपी पवन कुमार भी गांव पहुंचे। शव पहुंचते गांव में कोहराम मच गया। गांव में उन्हें अंतिम सलामी दी गई। कुपवाड़ा में आतंकवादी हमले में शहीद हुए बीएसएफ के जवान महेंद्र यादव सुलतानपुर जिले के कादीपुर तहसील के मलिकपुर नोनरा के निवासी थे।जिलाधिकारी एस.राजलिंगम तथा पुलिस अधीक्षक पवन कुमार ने आज जनपद के कादीपुर तहसील अन्तर्गत ग्राम मलिकपुर नोनरा स्थित शहीद महेन्द्र यादव के घर जाकर उनके पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र चढा़या। इस अवसर पर जिलाधिकारी तथा पुलिस अधीक्षक ने शहीद महेन्द्र यादव के पिता राम शबद यादव सहित परिवारजनों को ढ़ाढस बधाया। शहीद महेन्द्र यादव कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में बी.एस.एफ में तैनात थे। इस मौके पर अपर जिलाधिकारी (प्रशा.) कृष्णलाल तिवारी, अपर पुलिस अधीक्षक विनय कुमार सिंह,उपजिलाधिकारी कादीपुर कृपाशंकर पाण्डेय तथा क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामवासियों ने भी शहीद महेन्द्र यादव के पार्थिव शरीर पर पुष्प व माला चढ़ाया।
आक्रोशित लोगो ने एसडीएम व तहसीलदार पर किया पथराव
जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में शहीद हुए बीएसएफ जवान के दरवाजे पर अधिकारीयों के नही पहुचने पर क्षेत्रवासियो ने जमकर बवाल काटा। एसडीएम से धक्केमुक्की करने के बाद आक्रोशित लोगो ने एसडीएम के गाड़ी तोड़ डाली। डीएम- एसपी के समझाने बुझाने के बाद आक्रोशित लोग शांत हुए।
कादीपुर कोतवाली क्षेत्र के मलिकपुर नोनरा झगरिया का पुरवा निवासी रामशब्द यादव के तीसरे पुत्र 25 वर्षीय महेद्र यादव बीएसएफ में सब इंस्पेक्टर के पद पर तैनात थे। मौजूदा समय मे वह कुपवाड़ा मे मैतान थे। तीन दिन पूर्व कुपवाड़ा में आतंकी हमले की जानकारी मिलते ही बह साथियों के साथ वह उनसे मुकाबला करने पहुच गये थे। काफी देर तक दोनो तरफ से गोली बारी हुयी थी। जिसमें उपनिरीक्षक महेद्र यादव के साथ हेड कान्सटेबल सीपी सिंह व बाबूसान शहीद हो गये थे। शहीद के पार्थिक शरीर पहुचने के पहले हालचाल लेने कोई अधिकारी मौके पर नही पहुचे। बुधवार को तहसीलदार जब पहुचे तो आक्रोशित लोगो ने उनके साथ धक्का-मुक्की शुरू कर दी। इसके बाद एसडीएम कादीपुर पहुचे तो आक्रोशित ग्रामीण उन पर टूट पडे़। कादीपुर एसडीएम कृपा शंकर के वाहन तोड़ डाले गये। आक्रोशित लोगो का कहना था कि देश के लिए शहीद हुए जवान के दरवाजे पर कोई भी अधिकारी नही पहुचा। खबर पाकर डीएम एस राज लिंगम व एसपी पवन कुमार पहुच गये और समझाने बुझाने के बाद आक्रोशित लोग शांत हुए और सलामी देने के बाद जवान का अंितम संस्कार किया गया।