जिला पंचायत अध्यक्ष बनाम पुलिस प्रशासन की लड़ाई हुई तेज
आसिफ मिर्जा
सुलतानपुर। कप्तान के निर्देश पर चेकिंग मंे जिप अध्यक्ष पति के वाहन से असलहा बरामदगी के बाद राजनैतिक माहौल फिर गरमा गया है। इसौली विधायक अबरार की इफतार पार्टी में डीएम-एसपी के शामिल होने पर महिला अध्यक्ष ने कई आरोप लगाए थे। जिसके जवाब में विधायक आपे से बाहर हो गए थे। असलहा बरामदगी के बाद राजनैतिक गलियारे मंे एक बार फिर हलचल मच गई है। इस हलचल ने फिर से सपा की गुटबाजी उजागर कर दी है। बहरहाल वर्दीधारियों के आगे नेताओं की नही चली। विधायक और अध्यक्ष पति को कोतवाल ने खुला चैलेन्ज भी कर डाला। फिलहाल यह भी कहा जा रहा है कि कई ऐसे माननीय हैं जो अवैध असलहों का जखीरा लेकर चलते हैं, जिनकी भी तलाशी होनी चाहिए।
रविवार के दिन पुलिस कप्तान पवन कुमार के निर्देश पर नगर कोतवाली प्रभारी वीपी सिंह, गभड़िया चैकी प्रभारी एफआर खान ने बढ़ैयावीर इलाके मंे अध्यक्ष पति शिवकुमार सिंह के काफिले को चेक किया तो अवैध असलहा बरामद हुआ। पुलिस शिवकुमार सिंह समेत सभी को कोतवाली ले गए। इसकी खबर लम्भुआ विधायक संतोष पांडेय को लगी तो वह भी कोतवाली पहुंच गए और पकड़े गए लोगों को छुड़ाने की सिफारिश की। मामला सत्ता पक्ष से जुड़ा होने की वजह से शिवकुमार सिंह को जाने दिया गया लेकिन कानपुर देहात के रहने वाले सुनील कुमार सिंह, प्रतापगढ़ के सुरेन्द्र बहादुर सिंह, जौनपुर के बृजेश कुमार सिंह व हलियापुर के रहने वाले तीरथ पाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ। जिन्हे लाख कोशिशों के बावजूद भी खद्दरधारी बाहर नही निकाल पाए। कहा जा रहा है कि एक तरफ सत्तापक्ष था तो दूसरी तरफ कोतवाली पुलिस भी अपने आपे पर आ गई थी। नगर कोतवाल ने यहां तक चेतावनी दे डाली कि यदि विधायक भी कानून तोड़ेंगे तो उनको भी गिरफ्तार करके दिखाउंगा। इस घटना से राजनैतिक गलियारे मंे हलचल मची हुई है। बदजुबानी के आरोप में घिरे विधायक पर कार्रवाई कराए जाने का आरोप लगाया जा रहा है। हालाॅकि इस घटना से एक बार फिर सपा में चल रही रार सतह पर आ गई है। सूत्रों के मुताबिक हिरासत में लेने के बाद एक पक्ष पैरवी कर रहा था तो दूसरा पक्ष कार्रवाई करने की सिफारिश।