बस एक कप काढ़ा और फुर्र हो जाय सर्दी-ज़ुकाम -सिरदर्द
सर्दी-जुखाम और गले में खराश, सिर दर्द होना या सिर भारी होना बरसात और सर्दियों में होने वाली आम बीमारियां हैं। बदलते मौसम और कमजोर इम्युनिटी के कारण आप जल्द ही इन बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं। लेकिन हर समय इन बीमारियों से बचने के लिये तुरंत दवा खा लेना अच्छी बात नहीं है, क्योंकि ये दवाइयाँ सिर्फ उन लक्षणों से अस्थायी आराम देती हैं नाकि उन्हें पूरे तरह से ठीक करती हैं। इसलिए हम यहाँ पर इन बीमारियों से बचने के लिए एक घरेलु उपचार बता रहे हैं जिससे आपको बहुत जल्द आराम मिलेगा।
बचपन से ही मेरी माँ इन सबसे बचने के लिये यह काढ़ा बनाकर देती थी। कई तरह के मसालों, तुलसी की पत्तियाँ, शहद और पानी से बनने वाला यह काढ़ा, तुरंत राहत पंहुचाने में बहुत कारगर रूप से काम करता है। वैसे भी तुलसी की पत्तियाँ और शहद हमारे शरीर को कई तरीके से फायदा पहुंचाती है और इनके साथ कुछ मसालों को मिलाकर बना यह काढ़ा बहुत ही गुणकारी होता है। आइये जानते हैं इसे बनाने का तरीक़ा
आवश्यक सामग्री :
4 लौंग
2 काली मिर्च
1 इंच लम्बी दालचीनी
1 इंच लम्बी मुलेठी
1 इंच के साइज़ का अदरक का टुकड़ा
5-6 तुलसी की पत्तियाँ
1 चम्मच शहद
2 कप पानी
बनाने का तरीका :
एक बर्तन में लौंग, काली मिर्च, दालचीनी, मुलेठी, अदरक, और तुलसी की पत्तियाँ डालें।
इसमें 2 कप पानी मिलाकर तब तक उबालें जब तक यह आधा न रह जाये।
इसे छान लें और इसे गर्म ही पियें। पीने से पहले ही इसमें शहद मिला लें।
बची हुई सामग्री को फेंके नहीं, आप इससे भी एक बार और काढ़ा बना सकती हैं।
इस काढ़े की सबसे अच्छी बात यह है कि यह अन्य घरेलु औषधियों की तरह कड़वा नहीं है। बल्कि यह काफी स्वादिष्ट भी है, अदरक और कालीमिर्च होने के कारण यह स्वाद में स्पाइसी लगता है।