भारी बारिश से थमी ‘मायानगरी’ की रफ्तार
मुंबई। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में बारिश का कहर जारी है। बारिश की वजह से मुंबई के कई इलाकों में भारी जाम लग गया है। सड़कों पर जलभराव की वजह से गाड़ियों की रफ्तार धीमी हो गई है। खास तौर पर वकोल के राम नगर, अंधेरी वेस्ट के डीएन नगर, परेल, माटुंगा के किंग सर्कसायण, कुर्ला में फिनिक्स मिल में हालात बेहद खराब हैं। मुंबई और उपनगरीय इलाकों और पड़ोसी ठाणे जिले में आज सुबह से लगातार भारी बारिश हो रही है, जिससे मध्य और ट्रांस-हार्बर मार्ग पर ट्रेनें देर से चल रही हैं। वहीं तेज बारिश की वजह से उड़ाने भी प्रभावित हुई है। इससे यात्रियों का काफी मुसीबतों का समाना करना पड़ रहा है।
मौसम विभाग ने मुंबई और इसके उपनगरीय इलाकों में अगले 24 घंटों में बहुत भारी बारिश होने की संभावना जताई है। यहां मौसम विभाग में निदेशक वीके राजीव ने बताया कि सक्रिय मॉनसून की स्थिति की वजह से मुंबई में अच्छी बारिश हो रही है। मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा क्षेत्र में अगले 24 घंटों के दौरान मध्यम स्तर की बारिश हो सकती है। सेंट्रल रेलवे के एक अधिकारी के मुताबिक, ट्रेनें 10 मिनट से 30 मिनट देरी से चल रही हैं। ट्रांस-हार्बर वाशी-पनवेल-ठाणे लाइन पर सेवा बुरी तरह से प्रभावित हुई है, जबकि हार्बर लाइन पर ट्रेन 15-20 मिनट देरी से चल रही हैं।
वहीं महाराष्ट्र के रायगढ़ में हुए हादसे के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन में 20 शव मिल चुके हैं। हादसे में कुल 42 लोग लापता हुए हैं। मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने कहा है कि दो स्टेट ट्रास्पोर्ट बस, एक टवेरा और होंडा सीटी गाड़ी के पानी में बहने की जानकारी मिली है। रायगढ़ में हुए पुल हादसे में मुंबई के नालासोपरा में रहने वाले एक ही परिवार के 4 लोग लापता हैं। ये लोग पिता के अंतिम संस्कार से वापस लौट रहे थे और उसी बस में सवार थे जो पुल टूटने के दौरान सावित्री नदी में बह गई।
फड़णवीस ने हादसे में मरने वालों के परिजनों को 5 लाख रुपये मुआवजा देने की भी बात कही। इस बीच भारी बारिश की वजह से महाराष्ट्र के लवासा में लैंडस्लाइड हो गया, जिसमें 60 पर्यटक फंस गए। यहां बुधवार से 4 बार लैंडस्लाइड हो चुका है। महाराष्ट्र के एक बड़े हिस्से में रविवार से ही भारी बारिश हो रही है और कम से कम दो दर्जन लोगों की मौत हो चुकी है। ये मौतें उत्तरी महाराष्ट्र के नाशिक और आसपास के इलाकों में हुई हैं। वही, तटीय कोंकण, उत्तरी और पश्चिमी महाराष्ट्र में पिछले पांच दिनों मे कम से कम 12 लोगों की मौत हुई है।