लोकेश के बड़े शतक से भारत को मिली मज़बूत बढ़त
किंगस्टन (जमैका) : सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल के करियर के तीसरे शतक की मदद से भारत ने वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट क्रिकेट के दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक पांच विकेट खोकर 358 रन बनाकर अपनी स्थिति मजबूत कर ली। भारत को 162 रन की लीड मिल चुकी है। मैच खत्म होने तक अजिंक्य रहाणे (42)और रिद्धिमान साहा (17) खेल रहे हैं।
इससे पहले वेस्टइंडीज ने पहली पारी में 196 रन के जवाब में भारत ने दिन की शुरुआत एक विकेट पर 126 रन से की। राहुल 75 जबकि पुजारा 18 रन से आगे खेलने उतरे। भारत के दोनों बल्लेबाजों ने पहले घंटे में काफी सतर्कता के साथ बल्लेबाजी की। लंच तक भारत ने एक विकेट खोकर 185 रन बनाए।
वेस्टइंडीज की ओर से एक बार फिर सिर्फ तेज गेंदबाज शेनन गैब्रियल ने ही प्रभावित किया। पुजारा दिन के तीसरे ओवर में ही भाग्यशाली रहे जब गैब्रियल की गेंद ने उनके बल्ले का किनारा लिया लेकिन दूसरी स्लिप में खड़े मार्लन सैमुअल्स के पास तक नहीं पहुंची। वेस्टइंडीज के कप्तान जेसन होल्डर ने पारी के 48वें ओवर में आफ स्पिनर रोस्टन चेज को जब दिन में पहली बार गेंदबाजी के लिए बुलाया तो राहुल ने डीप स्क्वायर लेग पर बल्ले से दिन का पहला चौका जड़ा।
छठा टेस्ट खेल रहे राहुल ने चेज की गेंद को लांग आन पर छह रन के लिए भेजकर 182 गेंद में 12 चौकों और एक छक्के की मदद से अपना तीसरा शतक पूरा किया। भारत ने वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे क्रिकेट टेस्ट के दूसरे दिन चाय तक दो विकेट पर 259 रन बनाए। सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल ने चाय से पहले 150 रन पूरे किए। इससे पहले वेस्टइंडीज में अपनी पहली पारी में किसी भारतीय सलामी बल्लेबाज का सर्वाधिक स्कोर अजय जडेजा के नाम था जिन्होंने 1996 में 97 रन की पारी खेली थी। राहुल ने 70वें ओवर में गैब्रियल पर दो रन के साथ भारत को बढ़त दिलाई जबकि पुजारा ने इसी ओवर में चौके के साथ भारत के 200 रन पूरे किए।
पुजारा हालांकि 46 रन बनाने के बाद वेस्टइंडीज के कप्तान जेसन होल्डर की गेंद को स्क्वायर लेग पर खेलकर तेजी से एक रन के लिए दौड़े लेकिन चेज के सटीक निशाने से रन आउट हो गए। उन्होंने 159 गेंद की अपनी पारी में चार चौके मारे। राहुल और कोहली ने इसके बाद पारी को आगे बढ़ाया। राहुल को पैर की मांसपेशियों में जकड़न के कारण परेशानी हो रही थी। उन्होंने होल्डर पर चौका जड़ा लेकिन इसके बाद फिजियो को मैदान पर उनके उपचार के लिए उतरना पड़ा।
राहुल ने हालांकि जज्बा कायम रखा और पारी को आगे बढ़ाया। उन्होंने बिशू की गेंद पर एक रन के साथ अपना स्कोर 131 रन तक पहुंचाते हुए पाली उमरीगर के 1952-53 में वेस्टइंडीज में अपनी पहली पारी के दौरान 130 रन के किसी भारतीय बल्लेबाज के सर्वोच्च स्कोर को पीछे छोड़ा। राहुल ने चाय से पहले के अंतिम ओवर में चेज पर एक रन के साथ 289 गेंद में 150 रन पूरे किए।
चाय के बाद भारत के तीन विकेट गिरे। लोकेश राहुल 303 गेदों का सामना कर 158 रन बनाकर शैनन ग्रेबिएल की गेंद पर आउट हुए। विराट कोहली 90 गेंद में 44 रन बनाकर रोस्टर चेस की गेंद पर आउट हुए। आर अश्विन तीन रन बनाकर एलबीडब्ल्यू हुए।