अश्विन की गेंदों पर फिर नाचे कैरेबियाई
दूसरे टेस्ट में भी भारत की स्थिति मज़बूत
नई दिल्ली: भारत ने जमैका में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच के पहले दिन आर. अश्विन (52/5) की बेहतरीन गेंदबाजी और लोकेश राहुल की शानदार बल्लेबाजी (नाबाद 75 रन) के दम पर वेस्टइंडीज पर दबदबा बनाए रखा.
टीम इंडिया के गेंदबाजों ने पहले दिन मेजबान टीम को पहली पारी में महज 196 रन पर समेट दिया. इसके जवाब में खेलने उतरी भारतीय टीम ने दिन का खेल खत्म होने तक पहली पारी में 1 विकेट के नुकसान पर 126 रन बना लिए हैं. टीम का एकमात्र विकेट शिखर धवन के रूप में गिरा, जो कि 27 रन बनाकर चेस की गेंद पर ब्रैवो को कैच थमा बैठे. वहीं लोकेश राहुल (75) और चेतेश्वर पुजारा (18) पहले दिन का खेल खत्म होने तक पिच पर डटे हुए हैं.
इससे पहले टॉस हारने के बाद पहले गेंदबाजी करने उतरी भारतीय टीम के लिए अश्विन के अलावा इशांत शर्मा और मोहम्मद समी ने दो-दो सफलता हासिल की। एक विकेट अमित मिश्रा को भी मिला। कैरेबियाई पारी की समाप्ति के साथ ही चायकाल की घोषणा कर दी गई।
मेजबान टीम ने 52.3 ओवरों का सामना किया। उसकी ओर से जेम्स ब्लैकवुड ने सबसे अधिक 62 रन बनाए। इसके अलावा मार्लन सैमुएल्स ने 37 तथा अपना पहला टेस्ट खेल रहे मिग्वेल कुमिंस ने नााद 24 रन बनाए। ब्लैकवुड और सैमुएल्स ने सात रनों पर तीन विकेट गिरने के बाद चौथे विकेट के लिए 81 रन जोड़े। यह कैरेबियाई पारी की सबसे बड़ी साझेदारी साबित हुई। इससे पहले और इसके बाद भारतीय टीम पूरी तरह मेजबानों पर हावी रही।
ब्लैकवुड ने अपना शानदार क्लास दिखाते हुए महज 62 गेदों का सामना कर सात चौके और चार छक्के लगाए। सैमुएल्स ने 88 गेंदों का सामना कर पांच चौके और दो छक्के लगाए, जबकि कमिंस ने 25 गेदों पर दो चौके और इतने ही छक्के जड़े। कुमिंस ने शेनॉन गेब्रियल के साथ अंतिम विकेट के लिए 38 रनों की साझेदारी कर अपनी टीम को 200 के करीब पहुंचाया। यह इस सीरीज में कैरेबियाई टीम का अब तक का न्यूनतम स्कोर है।
चार मैचों की सीरीज में मेजबान टीम 0-1 से पीछे है। उसे पहले टेस्ट मैच में एक पारी और 92 रनों से हार मिली थी। यह विदेश में भारत की सबसे बड़ी जीत है। उस मैच में अश्विन ने दूसरी पारी में सात विकेट लिए थे।