गुजराती दलित साहित्यकार ने लौटाया अवॉर्ड
अहमदाबाद। गुजराती दलित साहित्यकार अमृतलाल मकवाना ने बुधवार को अहमदाबाद कलेक्टर ऑफिस में जाकर ‘दासी जीवन दलित साहित्य कृति अवॉर्ड’ लौटा दिया। इस पुरस्कार के साथ उन्हें मिली 25 हजार रुपये की राशि भी उन्होंने लौटा दी।
ऊना में दलितों के साथ गोरक्षा के नाम पर हुई मारपीट का वीडियो सामने आने के बाद मकवाना ये ने अवॉर्ड लौटा दिया है। गुजरात सरकार ने मकवाना को 2012-13 का ‘दासी जीवन श्रेष्ठ दलित साहित्य कृति अवार्ड’ दिया था। उन्हें 25 हजार रुपये नकद, एक प्रमाणपत्र और शॉल देकर सम्मानित किया गया था।
मकवाना का कहना है कि दलितों को जिस तरहा से पीटा गया उस वीडियो को देखकर वो काफी आहत हो गए हैं और उन्होंने पुरस्कार लौटाने का फैसला लिया। मकवाना ने कहा कि दलितों के प्रति ऐसा अत्याचार निंदनीय है।
इस वीडियो ने मुझे अंदर तक हिला दिया। दुख की बात है कि ऐसी घटनाएं हमारे आसपास लगातार हो रही हैं। ऐसे में दलित होकर भी अगर मैं इस अवॉर्ड को अपने पास रखता मेरे साहित्यकार होने पर लानत है।