बिक गया याहू
वेरीजॉन ने 4.83 अरब डॉलर में खरीदा
वेरीजॉन ने अपने दौर की दिग्गज कंपनी याहू के मुख्य बिजनेस को 4.83 अरब डॉलर नकद सौदे में खरीदने की घोषणा की है। बातचीत की लंबी प्रक्रिया के बाद यह ऐलान किया गया। याहू के मुख्य ऑपरेशन को खरीदने के बाद वेरीजॉन एओएल इंटरनेट बिजनेस में जबर्दस्त इजाफा होगा, जिसको इसने पिछले साल 4.4 अरब डॉलर में खरीदा था। इस सौदे के तहत इसकी याहू की एडवरटाइजिंग टेक्नोलॉजी टूल के साथ सर्च, मेल और मैंसेजर तक पहुंच हो जाएगी।
इस सौदे के साथ ही एक ऑपरेटिंग कंपनी के रूप में याहू का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा। अब इसकी महज 15 प्रतिशत हिस्सेदारी ई-कॉमर्स कंपनी अलीबाबा ग्रुप होल्डिंग लिमिटेड और 35.5 प्रतिशत हिस्सेदारी याहू जापान कारपोरेशन में बची है।
इस संबंध में याहू के सीईओ मारिसा मेयर ने सोमवार को अपने बयान में कहा, ''हमारे ऑपरेटिंग बिजनेस की बिकवाली हमारी एशियाई संपत्तियों से पृथक हैं और याहू के शेयरहोल्डर वैल्यू के प्रति हमारी योजना का एक महत्वपूर्ण कदम है।''
जाहिर तौर पर इस बिक्री में याहू कैश, अलीबाबा में इसकी हिस्सेदारी और याहू जापान में इसकी हिस्सेदारी को शामिल नहीं किया गया है। इसके साथ ही अन्य छोटे-मोटे गैर-कोर पेटेंट उत्पाद इसमें समाहित नहीं है।
उल्लेखनीय है कि अलीबाबा और याहू जापान में इसकी हिस्सेदारी की वैल्यू 40 अरब डॉलर है जबकि याहू की मार्केट वैल्यू शुक्रवार को बाजार बंद होने तक 37.4 अरब डॉलर थी।
वेरीजोन के साथ सौदे के बारे में याहू के शेयरधारकों, नियामकीय व अन्य मंजूरी ली जानी हैं। सौदा 2017 की पहली तिमाही में पूरा होने की उम्मीद है जबकि तब तक याहू स्वतंत्र कंपनी के रूप में काम करती रहेगी।
वेरीजोन के चेयरमैन व सीईओ लावेल मैकएडम ने कहा है,''याहू के अधिग्रहण से वेरीजोन एक शीर्ष वैश्विक मोबाइल मीडिया कंपनी के रूप में बहुत प्रतिस्पर्धी स्थिति में आ जाएगी। इससे डिजिटल विज्ञापन में हमारा राजस्व बढेगा।'' उल्लेखनीय है कि याहू की स्थापना 1994 में दो छात्रों जेरी यांग व डेविड फिलो ने की थी।