नार्थ साउंड (एंटीगा): कप्तान विराट कोहली के करियर के 12वें टेस्ट शतक की मदद से भारत ने वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट क्रिकेट मैच के पहले दिन 90 ओवर का खेल समाप्त होने पर चार विकेट खोकर 302 रन बनाये। पिछले कुछ समय से खेल के हर प्रारूप में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले कोहली 16 चौकों की मदद से 143 रन (197 गेंद) पर खेल रहे हैं। उनके साथ आर अश्विन 22 रन बनाकर खेल रहे हैं।

इससे पहले भारत ने टास जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए पहले दो सत्र में मुरली विजय (7), चेतेश्वर पुजारा (16) और धवन के विकेट गंवाये। रहाणे सकारात्मक होकर बल्लेबाजी कर रहे थे लेकिन उन्होंने भी पुजारा की तरह लेग स्पिनर देवेंद्र बिशू की गेंद पर खराब शाट खेलकर अपना विकेट गंवाया। रहाणे ने शार्ट पिच गेंद पर पुल करने का प्रयास किया लेकिन वह बल्ले का ऊपरी किनारा लेकर मिडविकेट पर डेरेन ब्रावो के पास चली गई।

कोहली ने अपने सदाबहार अंदाज में बल्लेबाजी की। कोहली ने बिशू पर दो चौके लगाकर अपना स्कोर 90 रन के पार पहुंचाया। उन्होंने कालरेस ब्रेथवेट पर एक रन लेकर अपना शतक पूरा किया। वह वेस्टइंडीज की सरजमीं पर कप्तान के रूप में अपनी पहली पारी में ही शतक जड़ने वाले भारत के पहले और दुनिया के आठवें बल्लेबाज हैं।

कपिल देव और राहुल द्रविड़ के बाद वेस्टइंडीज में कप्तान के रूप में शतक लगाने वाले वह तीसरे भारतीय बन गये हैं। वेस्टइंडीज की तरफ से बिशू अब तक सबसे सफल गेंदबाज रहे हैं। उन्होंने 82 रन देकर तीन विकेट लिये हैं। उनके अलावा तेज गेंदबाज शैनोन गैब्रियल ने एक विकेट हासिल किया है।

इससे पहले सलामी बल्लेबाज शिखर धवन और कप्तान विराट कोहली की साझेदारी की मदद से भारत ने वेस्टइंडीज के खिलाफ चाय के विश्राम तक तीन विकेट पर 179 रन बनाये। भारत को चाय के विश्राम से ठीक पहले तीसरा झटका लगा जब देवेंद्र बिशू ने धवन को पगबाधा आउट करके इस सत्र में दूसरा विकेट लिया। धवन ने 147 गेंदों का सामना करके 84 रन बनाये जिसमें नौ चौके और एक छक्का शामिल है। उन्होंने कोहली के साथ तीसरे विकेट के लिये 105 रन जोड़े।

भारत ने लंच तक मुरली विजय (सात) का विकेट गंवाकर 72 रन बनाये थे लेकिन इसके बाद उसने पहले ओवर में ही चेतेश्वर पुजारा (16) का विकेट गंवा दिया। वेस्टइंडीज ने बिशू को पहले सत्र में गेंद नहीं सौंपी लेकिन पिछले साल अक्‍टूबर के बाद अपना पहला टेस्ट मैच खेल रहे इस लेग स्पिनर ने दूसरे सत्र में गेंदबाजी का आगाज किया और टीम को महत्वपूर्ण सफलता दिलायी।

पुजारा उनकी शार्ट पिच गेंद को देखकर लालच में आ गये। उन्होंने पुल करने में जल्दबाजी दिखायी। गेंद बल्ले का किनारा लेकर हवा में लहराती हुई प्वाइंट पर खड़े क्रेग ब्रेथवेट के सुरक्षित हाथों में समा गयी। पुजारा ने अपनी पारी में 67 गेंदें खेली तथा वह एक बार भी गेंद को सीमा रेखा तक नहीं पहुंचा पाये। उन्होंने धवन के साथ दूसरे विकेट के लिये 60 रन की साझेदारी की।

कोहली ने छठा रन बनाते ही टेस्ट मैचों में 3000 रन पूरे किये। अपना 42वां टेस्ट मैच खेल रहे कोहली ने यह उपलब्धि 73वीं पारी में हासिल की। वीरेंद्र सहवाग (55 पारियां), मोहम्मद अजहरूद्दीन (64), सुनील गावस्कर (66), गौतम गंभीर (66), राहुल द्रविड़ (67), सचिन तेंदुलकर (67) और नवजोत सिंह सिद्धू (70) उनसे कम पारियों में इस मुकाम तक पहुंचे थे।