पोस्टकार्ड्स, नेल पेन्ट्स, स्टेशनरी जमा करना मेरा फितूरः तब्बू
तब्बू का नाम भारत की जानी-मानी अभिनेत्रियों में शुमार है। तब्बू अपने सशक्त किरदारों के लिए मशहूर हैं और जब भी उनका नाम किसी फिल्म में आता है। तब्बू की फिल्म 'फितूर ' वल्र्ड टेलीविजन प्रीमियर 23 जुलाई को होने जा रहा है, इस मौके पर तब्बू ने डायरेक्टर अभिषेक कपूर के साथ अपने समीकरण के अलावा आदित्य रॉय कपूर और कैटरीना कैफ, इस फिल्म में अपने रोल और भविष्य के प्रोजेक्ट्स के बारे में चर्चा की। फितूर चाल्र्स डिकन्स की क्लासिक उपन्यास ‘ग्रेट एक्सपेक्टेशन्स पर आधारित है। इसमें कैटरीना कैफ ने फिरदौस का रोल निभाया है और आदित्य राय कपूर नूर के रोल में हैं।
अपनी फिल्म ‘फितूर’ के बारे में कुछ बताएं?
फितूर दो इंसानों की प्रेम कहानी है, जो अपने प्यार को पूरा करने में मुश्किलों का सामना करते हैं। फिल्म में सभी किरदार मजबूत हैं और सभी की एक कहानी है। मुझे यकीन है कि एंड पिक्चर्स के दर्शक इस फिल्म को एंजॉय करेंगे। मुझे इस फिल्म के वल्र्ड टेलीविजन प्रीमियर का इंतजार है क्योंकि टेलीविजन की पहुंच बहुत ज्यादा है।
फितूर में आपका क्या रोल है?
बेगम हजरत का किरदार काफी उलझा हुआ और नाटकीय है। इस कहानी में वह नूर और फिरदौस नाम के दो प्रेमियों के लिए मुश्किलें खड़ी करती हैं। यह किरदार आपको पहली नजर में निगेटिव नजर आएगा लेकिन जब आप फिल्म देखेंगे तो आपको महसूस होगा कि इस किरदार के अनुभव ही उसके इस व्यवहार का कारण हैं। इस प्रेम कहानी में इस किरदार का बहुत अहम रोल है।
रियल लाइफ में आपका ‘फितूर’ क्या है?
मुझे नेल पेन्ट्स और स्टेशनरी जमा करने का बेहद शौक है। मेरे पास अल्मारी भरकर स्टेशनरी है। मैं जहां भी जाती हूं उस देश के पोस्टकार्ड जमा करती हूं और उसे अपने संग्रह में जोड़ लेती हूं।
अपने भविष्य के प्रोजेक्ट्स के बारे में बताएं?
मैं इस समय कई स्क्रिप्ट पढ़ रही हूं और मुझे एक रोचक कहानी का इंतजार है। मैं अब ऐसी एक्शन फिल्म करना चाहती हूं जिसमें पूरा बॉलीवुड मसाला हो। उम्मीद करती हूं कि मुझे कुछ अलग करने को मिलेगा। कुछ ऐसा रोल जो दर्शकों ने नहीं सोचा होगा कि मैं इसे निभाऊंगी।
अभिषेक कपूर के साथ काम करने को लेकर आपके क्या अनुभव रहे?
मैं सेट पर सबसे सीनियर थी, लेकिन सेट पर मुझे इस अनुभव का बोझ नहीं उठाना पड़ा क्योंकि मैं अभिषेक कपूर को तब से जानती हूं जब से वे किशोर उम्र के थे। वे थोड़े अलग इंसान हैं। वे खुशमिजाज और बेहद टैलेंटेड हैं और उनके सोचने और फिल्म बनाने की एक अलग प्रक्रिया है। वे फिल्म बनाने की कला के प्रति गंभीर हैं। सेट पर हम सभी का रुख पेशेवर होता है लेकिन इसके साथ ही हम दोस्तों के रूप में एक दूसरे से करीबी से जुड़े हैं।
फिल्म की शूटिंग के दौरान आपके क्या अनुभव रहे?
मैंने आदित्य कपूर और कैटरीना कैफ के साथ कुछ दिनों तक काम किया और यह शानदार अनुभव रहा। आदित्य एक प्रतिभाशाली अभिनेता हैं और कैटरीना कैफ पहले ही इंडस्ट्री में अपना एक मुकाम बना चुकी हैं। यह अनुभव काफी यादगार रहा क्योंकि हम एक दूसरे की खूबियों से ही सीखते हैं।
क्या आपको पर्दे पर खुद को ग्रे किरदार निभाते देखना पसंद है?
हम सभी पर्दे से तभी जुड़ते हैं, जब इसमें हम भावनाएं देखते हैं। थिएटर में भी ड्रामा ही हमारे दिलों को छूता है और हमें सोचने पर मजबूर कर देता है। हममें से अधिकांश लोग इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हैं और इससे किसी न किसी तरह से जुड़ जाते हैं। ड्रामा के अलावा, मुझे कॉमेडी भी पसंद है। मैं एक के बाद एक कॉमेडी फिल्में देख सकती हूं और हर बार हंस सकती हूं। हास्य और ड्रामा आपको बांधे रखते हैं। वे दर्शकों में इस बात की उत्सुकता जगाए रखते हैं कि अब आगे क्या होगा। मुझे यह रहस्य देखना पसंद है और मैं पर्दे पर अपनी परफॉर्मेंस में भी इसी तरह का रहस्य पैदा करना चाहती हूं।
आपने अब तक विभिन्न भूमिकाएं की हैं। आप अपने प्रोजेक्ट्स कैसे चुनती हैं?
यह हर रोल के लिए अलग-अलग होता है। मैंने बिल्कुल नए डायरेक्टर्स के साथ भी फिल्में की हैं, जबकि मुझे उनके विजन के बारे में कुछ भी नहीं पता था। इनमें चांदनी बार, मकबूल जैसी फिल्में शामिल हैं। मैं यकीन से नहीं कह सकती कि मुझे रोल का चुनाव करने के लिए कौन सी बात प्रेरित करती है।