दीन शिक्षक देश का नागरिक श्रेष्ठ नहीं हो सकता: प्रो. के. पी. सिंह
राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ उत्तराखंड का कार्यकर्ता अभ्यास वर्ग सम्पन्न
पंतनगर। जिस देश के शिक्षक दीन होगा उस देश के नागरिक श्रेष्ठ नहीं हो सकते है । शैक्षिक महासंघ से जुड़ने से पुरे देश से जुडाव हो जाता है ।मजबूत राष्ट्र के लिए हम सबको एकजुट होकर आगे बढना है । राष्ट्र के हित में शिक्षा –शिक्षा के हित में शिक्षक और शिक्षक के हित में समाज खड़ा हो ऐसी संकल्पना पर शैक्षिक महासंघ निरन्तर कार्य कर रहा है ।
उक्त बातें गोविन्द बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विशवविद्यालय में आयोजित राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ उत्तराखंड के अभ्यास वर्ग में राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ उत्तराखंड के अध्यक्ष एवम् चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय हिसार के कुलपति प्रो. के. पी. सिंह ने कहा । उन्होंने आगे कहा की स्वाध्याय –स्वावलंबन –सम्मान के आधार पर कार्य करने वाला यह संगठन एक विशेष विचार प्रवाह का हिस्सा है । समय प्रबंधन , विचारो का प्रबंधन, कार्य कुशलता और व्यवहार की श्रेष्ठता अच्छे कार्यकर्ता के गुण है । आवश्यकता है संगठन की कार्य संस्कृति के सम्बन्ध गहराई से विचार कर आत्मसात करने की ।
अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री ओमपाल सिंह ने संगठन की पृष्ठभूमि, राष्ट्रीय परिदृश्य में संगठन की भूमिका और संगठन के वर्ष भर के कार्यक्रमों का विस्तार से वर्णन करते हुए कहा की सर्विस मैटर, वेतनमान की बात, धरना प्रदर्शन शिक्षक संगठन का अधिकार है । इसके साथ ही संगठन शिक्षा के समुचित पाठ्यक्रम , राष्ट्र जाग्रति अभियान और समसामयीक विषयों के आधार पर भारत के पुनरुथान की संकल्पना को साकार कर रहा है । कठिन को सरल और नीरस को सरस बनाना ही कार्यकर्ता की कला है । आत्मविश्लेषण कर आगे बढे पर रुग्ण कीर्तन नहीं होनी चाहिए । महापुरुष ऊपर से नहीं आते समाज से ही निकलते है इसमें शिक्षक की भूमिका अहम् है ।
महामंत्री बसंत बल्लभ जोशी ने जिला , मंडल , विश्वविद्यालयो के अनुसार कार्यवृद्धि योजना अवम विस्तार की बात करते हुए संवर्गसः बैठकों की समीक्षा –जानकारी ली । अभ्यास वर्ग में उच्च-माध्यमिक और प्राथमिक शिक्षा की समस्याओ के समाधान के लिए सर्वसम्मति से मांग रखी गयी की छात्र –शिक्षक अनुपात में शिक्षको के पद सृजित कर उन्हें यथाशिघ्र भरा जाय । संविदा शिक्षक , स्ववित्तपोषित /गेस्ट फेकल्टी में कार्य कर रहे शिक्षको का समायोजन किया जाय।यु जी सी मानक के अनुसार ही नए कॉलेज खोले जाय । शिक्षको से गैर शैक्षणिक कार्य कराना बंद करे सरकार । शिक्षा के बाजारीकरण पर रोक लगे ।
इस अवसर पर डॉ हरनाम सिंह द्वारा सम्पादित पुस्तक केसेस इन एंटरप्रेनुरशिप पुस्तक चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय हिसार के कुलपति एवम् शैक्षिक महासंघ उत्तराखंड के अध्यक्ष प्रो. के. पी. सिंह को भेट की । अभ्यास वर्ग को प्रांतीय कोषाध्यक्ष कृष्णचंद बेलवाल, डॉ गिरीश चन्द्र जोशी , डॉ विश्वनाथ , डॉ अनिल नौटियाल, डॉ प्रभाशंकर शुक्ल, डॉ ब्रजेश सिंह, ललितमोहन धपोला ने अपने विचार रखे जिसमे शैक्षिक महासंघ के प्रमुख कार्यकर्ता उपस्थित रहे ।