श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर कूकरनाग में हिजबुल कमांडर बुरहान मुज़फ़्फ़र वानी के मुठभेड़ में मारे जाने के बाद से घाटी में तनाव आज भी कायम है। घाटी में अलग अलग हिस्सों में हुई हिंसा और झड़पों में 16 लोगों की मौत हो गई है। जबकि, सुरक्षाबलों के 96 जवान समेत 200 लोग घायल हो गए हैं। तीन जवान लापता भी बताए जा रहे हैं। गृह मंत्रालय के सूत्रों और न्यूज एजेंसी भाषा के मुताबिक, अमरनाथ यात्रा अब बहाल कर दी गई है।
प्रदर्शनकारियों ने तीन पुलिस स्टेशनों को जला दिया है। राज्य सरकार की मांग पर CRPF की 20 कंपनियां घाटी में भेजी गई हैं जबकि राज्य में पहले से ही 60 बटालियन तैनात है। वहीं बुरहान के मारे जाने के बाद से दक्षिण कश्मीर, पुलवामा समेत सभी 10 जिलों में कर्फ़्यू लगा दिया गया है। ऐहतियातन घाटी में शनिवार कल से ही ट्रेन सेवाएं बंद हैं। गृह मंत्री राजनाथ सिंह के घर पर इस बाबत आपात बैठक होनी है हालांकि उन्होंने कहा है कि हालात काबू में हैं।
ट्रेनें अगली सूचना तक बंद रहेंगी। मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती ने शांति की अपील की है। साथ ही उन्होंने प्रदर्शन के दौरान लोगों की मौत पर गहरा दुख जताया है। साथ ही मुफ़्ती ने सुरक्षाबल से प्रदर्शनकारियों पर ज़रूरत से ज़्यादा बल प्रयोग से बचने को कहा है। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भी घाटी के लोगों से शांति की अपील की है।
बताया जा रहा है कि बुरहान सोशल मीडिया के ज़रिए नौजवानों को हिजबुल के साथ जुड़ने के लिए उकसाता था। सोशल साइट पर उसके कई फोटो वायरल हुए हैं। कुछ ही समय पहले उसने एक वीडियो में नौजवानों को पुलिस पर अटैक करने को कहा था। 22 साल का बुरहान तीन साल से कश्मीर में कई वारदातों को अंजाम दे चुका था। वह दक्षिण कश्मीर में काफी सक्रिय था।
हिजबुल मुजाहिदीन आतंकी संगठन का ‘पोस्टर बॉय’ बुरहान का शनिवार को उसके पैतृक स्थल त्राल में अंतिम संस्कार किया गया। त्राल में बुरहान के अंतिम संस्कार में भाग लेने आने वाले लोगों से टकराव से बचने के लिए त्राल और इसके आस पास के क्षेत्रों में सुरक्षाबलों की कोई तैनाती नहीं की गई।
कश्मीर का पोस्टर ब्‍वॉय कहलाया जाने वाला बुरहान वानी सुरक्षा बलों के साथ एंकाउंटर में मारा गया। शुक्रवार को करीब सवा घंटे चली मुठभेड़ में सेना और पुलिस ने बुरहान वानी और उसके तीन साथियों को मार गिराया। केवल हिजबुल के ही नहीं, इस साल सुरक्षाबलों ने रिकॉर्ड संख्या में जम्मू कश्मीर में सक्रिय सारे आतंकी संगठनों को टॉप कमांडर को मार गिराया है। जम्मू कश्मीर पुलिस के डीजीपी के रज़िंदर ने एनडीटीवी को बताया था, "यह सुरक्षा बलों के लिए एक बड़ी कामयाबी है। बुरहान नौजवानों को बरगालाता था और उन्हें प्रभावित भी करता था।"