यूपी को नम्बर वन बनने में सपा सरकार बाधा : अमित शाह
मऊ: 2017 में उत्तर प्रदेश का विधानसभा चुनाव भारतीय जनता पार्टी व सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (भासपा) मिलकर लड़ेंगे। शनिवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह व भासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने इसका एलान किया।
अमित शाह ने दावा किया कि इन दोनों दलों का मेल पूर्वांचल में सपा-बसपा का पूरी तरह खात्मा कर देगा। मऊ के रेलवे मैदान में भासपा की ओर से आयोजित 'अति पिछड़ा-अति दलित भागीदारी जागरूकता महापंचायत'में अमित शाह बतौर मुख्य अतिथि मौजूद थे।
पूर्वांचल की राजनीति के मद्देनजर इस गठबंधन को बेहद अहम माना जा रहा है। इससे पहले भाजपा अपना दल से भी गठबंधन की घोषणा कर चुकी है। पिछले हफ्ते ही अपना दल की अनुप्रिया पटेल को केन्द्र में मंत्री भी बनाया गया है।
अमित शाह ने अखिलेश सरकार पर प्रदेश का विकास बाधित करने का आरोप लगाया। कहा कि केन्द्र सरकार ने पिछली सरकार की तुलना में यूपी को एक लाख करोड़ रुपये अधिक धन दिये लेकिन उसका लाभ गरीबों तक नहीं पहुंच रहा है। पूरे देश में दौड़ रहा विकास का रथ यूपी में आकर ठहर गया है। सपा सरकार विकास होने देना नहीं चाहती। भासपा के साथ मिलकर भाजपा विकास के इस रथ को पूर्वांचल तक लेकर आयेगी।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने सपा पर हमला करते हुए चुटकी भी ली। कहा कि प्रदेश में साढ़े तीन मुख्यमंत्री सत्ता चला रहे हैं। बकायदा नाम भी गिनाये। बोले, पहले मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, दूसरे मुलायम सिंह यादव, तीसरे शिवपाल व रामगोपाल यादव तथा आधे आजम खां। कहा कि पता ही नहीं चल रहा कि सरकार का केन्द्र कौन है?
अमित शाह ने अपना भाषण पूर्वांचल पर केन्द्रित रखा। कहा कि पूर्वांचल के युवाओं के पसीने से पूरा देश समृद्ध हुआ है। लेकिन यहां का युवा अपने बूढ़े मां-बाप व पत्नी के पास नहीं रह सकता। रोजगार के लिए उसे पलायन करना पड़ता है। भाजपा-भासपा की सरकार पूर्वांचल के युवाओं को यहीं पर रोजगार उपलब्ध करायेगी।
अमित शाह ने भीड़ की नब्ज टटोलते हुए अति पिछड़ों पर चुनावी निशाना साधा। कहा कि यूपी सरकार नौकरी देते समय युवाओं की जाति पूछती है। यदि उस जाति विशेष के नहीं हैं तो आपको नौकरी नहीं मिलने वाली। बोले, अति पिछड़ों को रोजगार चाहिए तो भाजपा-भासपा गठबंधन की सरकार बनानी होगी।
अमित शाह ने बसपा पर भी हमला बोला। बसपा सुप्रीमो मायावती को नोट छापने की मशीन करार देते हुए कहा कि वह सपा को सत्ता में आने से नहीं रोक सकतीं। प्रदेश के विकास में सपा-बसपा को राहु-केतु करार देते हुए हाथी-साइकिल मुक्त बनाने के लिए भाजपा-भासपा गठबंधन को जिताने की अपील की।