बुरहान के एनकाउंटर पर भड़की हिंसा, पुलिस फायरिंग में 8 की मौत
श्रीनगर। हिजबुल मुजाहिदीन के शीर्ष कमांडर बुरहान वानी के सुरक्षा बलों के हाथों मारे जाने के बाद कश्मीर के अलग-अलग हिस्सों में हिंसा भड़क गई है। पुलिस के साथ प्रदर्शनकारियों की झड़प में 8 लोगों की मौत हो गई है। झड़पों के दौरान तीन पुलिसकर्मियों समेत कुल 11 लोग घायल हुए हैं। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि युवकों के समूहों ने अनंतनाग जिले के बांदीपोरा, काजीगुंड और लारनू में पुलिस चौकियों और पुलिस थानों पर पथराव किया। कुलगाम में भीड़ ने पुलिस चौकियों, सुरक्षा बलों और भाजपा कार्यालय पर हमला बोला।
एडीजीपी एसएम सहाय और आईजी जावेद गिलानी ने कहा कि यह बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण है कि संघर्ष में युवकों की जान चली गई। हम निश्चित ही अपने समाज के युवकों को नहीं मारना चाहते हैं। यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना हमारी जिम्मेदारी है और जितना जल्द संभव होगा, अमरनाथ यात्रा बहाल की जाएगी।
कुलगाम जिले के धमहाल हांजीपोरा तथा मीर बाजार और बारामूला जिले के सोपोर के वारपोरा में भी हिंसक प्रदर्शन हुए। एक अधिकारी ने बताया कि दक्षिण कश्मीर के वेसु क्षेत्र में अल्पसंख्ययक समुदाय की सुरक्षा में तैनात पुलिस बल पर भी हमला किया गया। उन्होंने बताया कि कुलगाम जिले के नीलो-बुगम क्षेत्र में भीड़ ने भाजपा कार्यालय पर भी हमला किया और इमारत को नुकसान पहुंचाया।
दक्षिण कश्मीर के बारामुला जिले के शीरी, क्रीरी, डेलिना, पट्टन और पालहालन क्षेत्रों में भी पथराव की घटनाएं हुईं। अधिकारी ने बताया कि दक्षिण कश्मीर के अवंतिपुरा के शरीफाबाद और बारसू इलाकों में भी हिंसक प्रदर्शन हुए। उन्होंने बताया कि खबरें आने तक झड़पों में 11 लोगों को चोट पहुंची है, इनमें से तीन पुलिसकर्मी हैं। शहर के विभिन्न इलाकों से प्रदर्शन की छिटपुट घटनाओं की भी खबर है।
श्रीनगर समेत कश्मीर के कुछ हिस्सों में कर्फ्यू जैसी पाबंदियां लगा दी गई हैं। कल वानी की हत्या के बाद घाटी में तनाव और प्रदर्शनों की आशंका के मद्देनजर प्रशासन ने अमरनाथ यात्रा रोक दी थी। पूरी कश्मीर घाटी में मोबाइल इंटरनेट की सेवा बंद कर दी गई है जबकि दक्षिण कश्मीर में मोबाइल की टेलीफोनी सेवा पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। ऐहतियाती तौर पर हड़ताल का आह्वान करने वाले शीर्ष के अलगावावादी नेताओं को नजरबंद कर दिया गया है।