जौनपुर: बसपा मुखिया मायावती पर चुनाव में टिकटों की नीलामी करने का आरोप लगाते हुए एक और नेता तथा पूर्व विधायक रवीन्द्र नाथ त्रिपाठी ने पार्टी को छोड़ दी है। जिले की बरसठी विधानसभा सीट से विधायक रह चुके त्रिपाठी ने आज यहां आरोप लगाया है कि बसपा सुप्रीमो मायावती बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर और पार्टी के संस्थापक काशीराम के मिशन से भटक गई है।
त्रिपाठी ने आरोप लगाया कि बसपा अब गुंडा माफिया एवं पूँजीपतियों की पार्टी बन गई है। मायावती का अब नारा है ’जिसकी जितनी थली भारी, उसकी उतनी हिस्सेदारी।’ उन्होंने आरोप लगाया कि टिकट के नाम पर उनका बार बार अपमान किया गया। पहले भदोही विधानसभा से पार्टी ने प्रत्याशी बनाया गया, वहां से भारी रकम लेकर मेरा टिकट काट दिया गया।
फिर मुझे जौनपुर के बदलापुर से बसपा का प्रत्याशी बनाया गया, वहां से एक बिल्डर से पार्टी सुप्रीमो मायावती ने भारी धन लेकर मेरा टिकट काट दिया। फिर पार्टी ने मड़ियाहूं से टिकट दिया जहाँ केवल 7 दिन में ही टिकट काट दिया। त्रिपाठी ने कहा कि इतना अपमान सहकर अब पार्टी रहना संभव नहीं रह गया था।
गौरतलब है कि अभी कुछ ही दिन पहले बसपा के दो बडे नेताओं स्वामी प्रसाद मौर्य और आरके चौधरी ने भी मायावती पर टिकटों की नीलामी का आरेाप लगाते हुए पार्टी छोड दी थी। मौर्य विधानसभा में बसपा और प्रतिपक्ष के नेता थे, जबकि चौधरी बसपा संस्थापक कांशीराम के खास करीबी थे।