मुसलमान धर्म के ठेकेदारों दूर रहें: एहसानुल हक़
लखनऊ: पिछड़ा समाज महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एहसानुल हक मालिक ने मुसलमानों से अपील की है कि अपनी संवैधानिक अधिकारों को लेने के लिए जब तक धार्मिक ठेकेदारों व दलाल नेताओं के चक्कर में रहेंगे उनकी बदहाली बनी ही रहेगी साथ ही राजनीति में चमचों के कारण कभी भी आम मुसलमान राजनीतिक रूप से मजबूत नहीं होगा। ऐसे लोगों से जब तक मुसलमान अलग नहीं होगा उसकी बदहाली बनी रहेगी।
मलिक ने यह भी बताया कि इधर कुछ धर्म के ठेकेदार व दलाल नेताओं ने मुस्लिम आरक्षण का शिगूफा छोड़ रखा है जबकि संविधान के अनुसार मुसलमानों को आरक्षण नहीं हो सकता है। अगर यह ईमानदारी से मुसलमानों को आरक्षण दिलाना चाहते हैं तो 27 प्रतिशत आरक्षण में से 8.4 अलग आरक्षण दिलाने के लिए पूरे देश में एक जन आन्दोलन खड़ा करें तो पिछड़े मुसलमानों का कुछ हद तक हर स्तर पर भला हो सकता है लेकिन यह लोग हैं, जो कि देश के 98 प्रतिशत मुसलमानों को उनके अधिकारों से वंचित रखना चाहते हैं जो असहनीय है। मालिक ने यह भी कहा कि 68 वर्षों में हजारों दंगे हुए हैं और इन दंगों में सबसे ज्यादा जान माल का नुकसान मुसलमानों का ही हुआ है और सभी ऐसे लोगों को झूठे केस में फंसाया गया जो निर्दोष थे अगर यह धर्म के ठेकेदार और दलाल नेता एकजुट होकर मुसलमानों को न्याय दिलाने के लिए पूरे देश में आन्दोलन खड़ा करते तो केंद्र व राज्य सरकारें व न्याय पालिका ज़रूर इन्साफ देती आज पूरे देश के मुसलमानों को न्याय ही नहीं मिला बल्कि दिनों दिन उनके ऊपर ज़ुल्म बढ़ते गए और वो अपने संवैधानिक अधिकारों से वंचित हो गये।
मलिक ने यह भी कहा कि दलाल नेताओं और धर्म के ठीकदारों की गुलामी और चमचा गीरी छोड़ करके अपने संवैधानिक अधिकारों के लिए खुद मुसलमान अपनी समस्याओं को हल करने के लिए संघर्ष करें वरना हमेशा बाद हाल रहेंगे, और अन्याय लगातार बढती जायेगी इससे निजात पाने के लिए एक ही तरीका है कि एकजुट होकर ऐतिहासिक संघर्ष करें।