सपा की घबराहट का नतीजा है कौमी एकता दल की विलय वापसी: केशव प्रसाद मौर्य
लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने आज कहा कि समाजवादी पार्टी में कौमी एकता दल के विलय तथा आज विलय के निर्णय को वापस लिया गया वह इस बात का प्रमाण है कि 2017 विधानसभा चुनावों को लेकर समाजवादी पार्टी के भय को उजागर करता है।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि जनविश्वास खो चुकी उत्तर प्रदेश की समाजवादी पार्टी और उसके नेतृत्व की सरकार मात्र कौमी एकता दल के विलय के निर्णय को वापस लेने से जनविश्वास नहीं आर्जित कर सकती। श्री मौर्य ने कहा कि समाजवादी पार्टी ने 2012 मे मिले जनविश्वास की अवहेलना की है। पूरे प्रदेश कर को अराजकता और भ्रष्टाचार में झोंकने का काम करके प्रदेश की जनता को धोखा देने का काम किया है।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि पूरे प्रदेश में सम्प्रदायिक तनाव की घटनाऐं हो, खनिजों माफियाओं द्वारा पूरे प्रदेश की खनिज के लूट को संररक्षण का विषय है। प्रदेश के 3 पुलिस अधीक्षक की हत्या, 2 आईपीएस पर हमले सहित 1100 पुलिस कर्मियों पर अपराधियों द्वारा हमले की घटनाऐं घटित हुई हैं। जिससे कई पुलिस सब इन्सपेक्टर सहित सिपाहियों की हत्याऐं तक हो गई। इन तमाम मामलों में समाजवादी पार्टी सरकार तथा संगठन के करीबी लिप्त पाए गये।
श्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि चाहे वह कौमी एकता दल के विलय वापसी का र्निणय जनता का भरोसा खो चुकी समाजवादी पार्टी की घबराहट का नतीजा है। असलियत जनता जानती है।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि श्रीमान् अखिलेश की सरकार ने यदि विकास कार्य किये होते तो वह स्वतः स्पष्ट होते। उन्होने कहा कि श्री अखिलेश उत्तर प्रदेश की जनता को बताएंगे। गन्ना किसानों को उनके गन्ने का बकाया भुगतान नहीं हुआ खनिज की पूरे प्रदेश में लूट हई, नियुक्तियो में भारी घोटाला हुआ, प्रतिभाशाली शिक्षित बेरोजगारों को हक छीना गया, कानून व्यवस्था पटरी से उतरी, किसान बेहाल हुआ, किसानो का पलायन हुआ, किसानों ने आत्महत्याऐं की, किसानों के खेतो में पानी नहीं पहुॅचा, किसानों को बिजली नहीं मिली प्रदेश में कोई औद्योगिक विकास नहीं हुआ। पूरे प्रदेश में महिला अपराध में बेहतासा बृद्धि हुई। उन्होने कहा कि विकास के नाम पर समाजवादी पार्टी ने प्रदेश को बदहाली दी है। मुख्यमंत्री जी को अपनी विकास यात्रा में प्रदेश के बदहाली पर प्रदेश की जनता सवाल खडे़ करेगी। जिसका जबाब श्री अखिलेश जी को प्रदेश की 22 करोड़ जनता को देना होगा|