पटना : बिहार इंटर परीक्षा में आर्ट्स विषय की विवादित टॉपर रूबी राय को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया। रूबी राय ने पत्रकारों को दिए इंटरव्यू में ‘पॉलिटिकल साइंस’ यानी राजनीति विज्ञान को ‘प्रॉडिकल साइंस’ बताया था और कहा था कि इस विषय में खाना बनाना सिखाया जाता है।
पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मनु महाराज ने बताया कि बिहार स्कूल परीक्षा बोर्ड (बीएसईबी) की ओर से फिर से ली गई परीक्षा देकर निकलते वक्त रूबी को विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने गिरफ्तार किया। पटना की एक अदालत ने शनिवार को परीक्षा रैकेट के सिलसिले में रूबी सहित इंटर परीक्षा के चार टॉपरों के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया था। रूबी के अलावा साइंस टॉपर सौरभ श्रेष्ठ, तीसरे टॉपर राहुल कुमार और बिशुन रॉय कॉलेज के प्रधानाचार्य बच्चा राय की बेटी शालिनी राय के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया गया।
इस साल इंटर आर्ट्स टॉपर करार दिए जाने के बाद एक टीवी इंटरव्यू में रूबी ने सवालों के जवाब कुछ इस तरह दिए थे जिससे राज्य में टॉपर घोटाले से पर्दा उठ सका। रूबी राय ने इंटरव्यू में ‘पॉलिटिकल सांइस’ यानी राजनीति विज्ञान को ‘प्रॉडिकल साइंस’ उच्चारित किया था और कहा था कि इस विषय में खाना बनाना सिखाया जाता है। इससे पहले रूबी बीएसईबी की ओर से इन विवादित छात्रों की फिर से ली गई परीक्षा में विषय विशेषज्ञों की टीम के सामने हाजिर होने के लिए जारी समन को दो बार धता बता चुकी थी।
वैशाली के बिशुन रॉय कॉलेज की छात्रा रूबी एक लिखित परीक्षा के साथ-साथ इंटरव्यू देने के लिए शुक्रवार को बीएसईबी के दफ्तर पहुंची। परीक्षा में रूबी के प्रदर्शन का ब्योरा अब तक नहीं मिल सका है। इस बीच, एसआईटी की अगुवाई कर रहे वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महाराज ने बताया कि बीएसईबी के पूर्व अध्यक्ष लालकेश्वर सिंह के निजी सहायक (पीए) से हुई पूछताछ में खुलासा हुआ है कि गलत तरीकों से टॉपर घोषित करने के लिए 15 लाख रुपये लिए जाते थे।
सिंह के पीए विकास चंद्रा ने यह भी बताया कि फेल हो चुके छात्रों को पास सर्टिफिकेट देने के लिए उनसे 10 लाख रुपए लिए जाते थे। डिग्री रैकेट के इस मामले में सिंह के अलावा उनकी पत्नी और जदयू की पूर्व विधायक उषा सिन्हा, बिशुन रॉय कॉलेज के सचिव सह प्रधानाचार्य बच्चा राय और करीब एक दर्जन अन्य को गिरफ्तार किया जा चुका है।